उन्होंने कहा कि हमें ऐसे कार्यक्रमों
को कभी रुकने नहीं देना है बल्कि इन्हें उपमंडल व खंड स्तर पर भी शुरू
करवाकर इनमें आमजन की अधिक से अधिक भागीदारी को सुनिश्चित करना है। ऐसे
कार्यक्रमों से एक तरफ जहां प्रतिभागियों का स्वास्थ्य ठीक रहता है वहीं
लोगों को मिलने-जुलने व बातचीत करने का माहौल मिलता है जिससे भाईचारे की
भावना भी बढ़ती है। उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों का मकसद राजनीतिक लाभ
लेना नहीं है। मुख्यमंत्री ने बताया कि युवाओं व खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित
करने के लिए गांव-गांव व्यायामशालाएं बनवाई गई हैं और खिलाडिय़ों के लिए
ऐसी खेल नीति बनाई है जिसकी पूरे देश में सराहना हो रही है। हरियाणा में
योग परिषद का गठन किया गया है ताकि अधिक से अधिक लोग योग को अपनाकर स्वस्थ
जीवन जी सकें।
मुख्यमंत्री ने जिला स्तर पर
आयोजित होने वाले राहगिरी कार्यक्रमों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले
जिलों को अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कार देकर सम्मानित किया। अप्रैल, 2018
से मार्च, 2019 के बीच राहगिरी के सबसे अधिक कार्यक्रम आयोजित करने पर
उन्होंने करनाल, गुरुग्राम व फतेहाबाद, राहगिरी कार्यक्रमों में
प्रतिभागियों की संख्या के आधार पर गुरुग्राम, करनाल व हिसार, सबसे अधिक
मीडिया कवरेज मिलने पर करनाल, रोहतक व झज्जर, राहगिरी में उपायुक्तों की
भागीदारी के आधार पर फतेहाबाद, कैथल व पानीपत, राहगिरी में पुलिस अधीक्षक
की भागीदारी के आधार पर अंबाला, फतेहाबाद, भिवानी, करनाल व नारनौल जिलों के
उपायुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को सम्मानित किया। इसके अलावा राहगिरी
कार्यक्रम को लोकप्रिय बनाने में विशेष योगदान देने पर आईपीएस भारती
अरोड़ा, पंकज नैन, सोनल गोयल व सारिका पांडा को भी सम्मानित किया गया।
पुलिस
महानिदेशक मनोज यादव ने पुलिस विभाग की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में प्रदेश में राहगिरी के 367 कार्यक्रम
आयोजित किए जा चुके हैं जिनमें 8.59 लाख व्यक्ति भागीदारी कर चुके हैं।
उन्होंने आमजन को पानी की बचत के लिए प्रेरित किया।
उपायुक्त अशोक कुमार
मीणा ने राहगिरी को मुख्यमंत्री की अनूठी सोच का परिणाम बताया जो समाज में
खुशनुमा माहौल बनाने में सार्थक साबित हुई है। उन्होंने बताया कि हिसार
जिला से शुरू हुई राहगिरी एडीजीपी व मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी ओपी सिंह
की मेहनत के कारण प्रदेश के सभी जिलों में समान रूप से लोकप्रिय हो गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की प्रकृति के प्रति समर्पण
भावना के कारण ही जल शक्ति अभियान शुरू हुआ है जो मानव के सुखद भविष्य के
लिए बहुत जरूरी है।
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