चंडीगढ़। हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'पानीपत' को लेकर हरियाणा में भी 'लड़ाई' छिड़ गई है। हरियाणा की खाप-पंचायतें महाराजा सूरजमल के किरदार को गलत तरीके से दिखाए जाने पर गुस्से में हैं। फिल्म पर रोक की मांग की गई है और चेतावनी दी गई है कि ऐसा नहीं किया गया तो आंदोलन शुरु कर दिया जाएगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अखिल भारतीय जाट संघर्ष समिति ने फिल्म के निर्माता के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने पर जोर दिया है। फिल्म पर रोक के लिए अगले 72 घंटे के भीतर हरियाणा के सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर्स को ज्ञापन दिए जाएंगे। समिति के अध्यक्ष यशपाल मालिक ने कहा है, 'जिस तरह शिवजी अकेले मराठों के हीरो नहीं थे, उसी तरह महाराजा सूरजमल भी अकेले जाटों के हीरो न होकर, पूरे देश के हीरो थे। जाट समाज महाराजा सूरजमल के गलत चित्रण को सहन नहीं करेगा।
मराठों व अहमदशाह अब्दाली के बीच 14 जनवरी, 1761 में हुई पानीपत की तीसरी लड़ाई पर बनी फिल्म का जिक्र करते हुए मालिक ने कहा है कि इतिहास के तथ्यों को गलत तरीके से पेश कर के महाराज सूरजमल की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है और इससे जाट समाज के लोगों में रोष है। इस सिलसिले में हुई जाट संघर्ष समिति की बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किए गए। इनमें फिल्म निर्माता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने, डिप्टी कमिश्नर्स को मांग पत्र दे कर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने और महाराजा के शौर्य का फिर से सही चित्रण कर दिखाने की मांग की गई है।
किसान ट्रैक्टर परेड - झड़प में घायल 20 पुलिसकर्मी, किसानों का लोकनायक में हो रहा इलाज
दिल्ली में हिंसा के बाद हरियाणा में हाई अलर्ट
दिल्ली में कुछ तत्वों की ओर से की गई हिंसा अस्वीकार्य - अमरिंदर सिंह
Daily Horoscope