चंडीगढ़।
आईएएस अधिकारी की बेटी से छेड़छाड़ मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले
में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला की कुर्सी जा सकती है। पार्टी का
केन्द्रीय नेतृत्व इस घटना को लेकर काफी गंभीर है। पार्टी नेतृत्व ने राज्य
सरकार को इस मामले में किसी तरह का बचाव नहीं करने को कहा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
प्रधानमंत्री ने मामले की पूरी जानकारी ली है। पार्टी
अध्यक्ष अमित शाह ने भी मामले का संज्ञान लिया है। मामले के मीडिया में
तूल पकड़ लेने, गंभीर अपराध के बावजूद आरोपी को थाने से ही जमानत मिल जाने
और पूरे प्रकरण में हरियाणा सरकार की ओर से दबाव डाले जाने संबंधी आरोपों
ने पार्टी नेतृत्व को असहज कर दिया है। नेतृत्व की ओर से इस मामले में
राज्य सरकार को सतर्कता बरतने और किसी का बचाव न करने का सख्त निर्देश दिया
गया है। यह भी कहा गया है कि राज्य सरकार की ओर से ऐसा कुछ भी न कहा जाए
जिससे उसकी ओर से दबाव डाले जाने का रत्ती भर से संदेश जाता हो।
इस मामले में आरोपी के खिलाफ दर्ज एफआईआर में कुछ और सख्त धाराएं जोड़ी जा
सकती हैं। विपक्ष ने इसे बड़ा मुद्दा बना लिया है। गौरतलब है कि विकास के
खिलाफ कमजोर धाराएं लगाकर उसे थाने से ही जमानत दे दी गई थी।
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