चण्डीगढ़। ई-खरीद प्रणाली के माध्यम से
बाजरे की 1950 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद करके
और किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में सफलतापूर्वक अदायगी कराने से
उत्साहित हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मूंग और आलू की खरीद के
लिए भी इसी प्रणाली का उपयोग करने के लिए अपने स्वीकृति प्रदान कर दी है।
मूंग की खरीद आगामी महीने से आरम्भ हो जाएगी, जबकि आलू की खरीद फरवरी महीने
में आरम्भ होगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में खरीद एजेंसियों द्वारा अब
तक लगभग 1.51 लाख मीट्रिक टन बाजरे की खरीद 1950 रुपये प्रति क्विंटल के
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई।
उन्होंने
कहा कि प्रदेश में मूल्य समर्थन योजना के तहत हैफेड मूंग पैदावार का 25
प्रतिशत मूंग की खरीद करेगा, जिस के लिए 6900 रुपये प्रति क्विंटल का
न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया गया है। इसी क्रम में यह सुनिश्चित
करने के लिए कि वास्तविक किसान को ही एमएसपी का लाभ प्राप्त हो और मूंग की
कोई ट्रेडिंग न हो, के लिए अदायगी किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में की
जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी मूंग उत्पादक किसानों को स्वयं का ई-खरीद
पोर्टल ‘मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल’ पर पंजीकृत कराने के लिए कहा गया है।
उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण विभाग को भी किसानों के पंजीकरण की
प्रक्रिया को दो दिनों के भीतर पूरा करने के लिए कहा गया है।
प्रवक्ता
ने बताया कि हैफेड इस कार्य में ‘सक्षम युवा’ की सेवाएं लेगा। वे बोली के
समय आढ़तियों और खरीद एजेंसियों के साथ मंडियों में रहेंगे। वे स्वत: ही
खरीद विवरण, बोली मूल्य, अनुमानित वजन भरकर मौके पर ही जे-फार्म सृजित
करेंगे और मौके पर स्वत: सृजित आई-फार्म के माध्यम से खरीद किए गये मूंग की
75 प्रतिशत अदायगी सीधे किसानों के खाते में कराना सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने बताया कि शेष अदायगी खरीद एजेंसियों द्वारा तुलाई के बाद की
जाएगी।
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