चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने प्रदेश में बढ़ती आपराधिक प्रवृत्ति और सोशल मीडिया पर फैल रही अश्लीलता को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब हरियाणवी गायकों और संगीत निर्देशकों पर 'धमकाने वाले' गाने बनाने पर सख्त पाबंदी लगा दी गई है। इसके तहत राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि ऐसे गाने युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालते हैं और समाज में अपराध को बढ़ावा देते हैं।
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साइबर अपराध पर कसा शिकंजा
हरियाणा पुलिस ने न सिर्फ समाज में फैल रही अश्लीलता को रोकने का फैसला किया है बल्कि साइबर अपराध के मामलों में देश भर में पहला स्थान भी हासिल किया है।
आंकड़ों पर एक नजर :
वर्ष 2024 में हरियाणा पुलिस ने साइबर ठगों के चंगुल से 268.40 करोड़ रुपये बचाए। जबकि वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 76.85 करोड़ रुपये था। इसके साथ ही 2022 के मुकाबले 2024 में 5 गुना ज्यादा रकम बचाई गई। (स्रोत: हरियाणा साइबर क्राइम पुलिस) इन आंकड़ों से साफ है कि साइबर अपराध पर लगाम लगाने में हरियाणा पुलिस पूरे देश में सबसे आगे है।
हरियाणवी गानों में अश्लीलता और हिंसा पर रोक
हाल के वर्षों में हरियाणवी म्यूजिक इंडस्ट्री में ऐसे गानों की बाढ़ आ गई थी, जिनमें बदमाशी, हिंसा, हथियारों का प्रदर्शन और महिलाओं के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया था। ये गाने समाज में अपराध और असामाजिक व्यवहार को बढ़ावा देते थे।
क्यों लिया गया यह फैसला?
1. युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव : ऐसे गाने युवाओं को हिंसा और अपराध के लिए उकसाते हैं।
2. महिलाओं के प्रति असम्मान : गानों में महिलाओं के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया जाता है।
3. समाज में असंतुलन : हथियारों और हिंसा का महिमामंडन सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाता है। अगर इसके बाद भी कोई इस आदेश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संभावित कार्रवाई :
1. गानों पर प्रतिबंध: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे गानों को हटाने के निर्देश।
2. कानूनी कार्रवाई: आईपीसी की धारा 294 और 505 के तहत एफआईआर दर्ज।
3. लाइसेंस रद्द करना: गायक और म्यूजिक प्रोडक्शन हाउस का लाइसेंस रद्द करना।
4. सोशल मीडिया की निगरानी: साइबर टीम सोशल मीडिया पर नजर रखेगी।
सोशल मीडिया पर अश्लीलता पर नकेल हरियाणा पुलिस की साइबर टीम सोशल मीडिया पर अश्लीलता और हिंसा भड़काने वाली सामग्री पर नजर रख रही है। कोई भी आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया की निगरानी के उपाय :
एआई-आधारित निगरानी : आपत्तिजनक सामग्री की पहचान करने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग।
उपयोगकर्ताओं की रिपोर्टिंग :
आम नागरिक 100 नंबर या साइबर हेल्पलाइन 1930 पर भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। कानूनी कार्रवाई: सोशल मीडिया पर गलत सामग्री साझा करने वालों के खिलाफ तुरंत एफआईआर। कई लोग इस कदम का स्वागत कर रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि यह रचनात्मक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाने जैसा है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया : #CleanHaryanviMusic और #SayNoToViolenceSongs जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लोग सरकार से उम्मीद कर रहे हैं कि यह कदम समाज में सकारात्मक बदलाव लाएगा।
हरियाणा सरकार का बदमाशी वाले गानों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसके साथ ही साइबर क्राइम पर की गई सख्त कार्रवाई ने हरियाणा को पूरे देश में एक मिसाल बना दिया है।
सरकार की यह नीति न केवल युवाओं को सही दिशा देगी बल्कि समाज में फैली अश्लीलता, हिंसा और अपराध पर भी प्रभावी अंकुश लगाएगी। यह निर्णय राज्य के सांस्कृतिक और सामाजिक वातावरण को और अधिक स्वस्थ और सकारात्मक बनाएगा। हरियाणा सरकार का यह साहसिक कदम समाज में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और राज्य को सही दिशा में ले जाएगा।
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