पंचकूला। हरियाणा की पूर्व मुख्य सचिव मीनाक्षी आनंद चौधरी ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को अपना काम करते वक्त हर पहलू का बड़ा बारिकी से ध्यान रखना चाहिए, यदि नियमों को ध्यान में रखकर कार्य किया जाएगा तो फिर कानूनी पचड़े नहीं होंगे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मीनाक्षी आनंद चौधरी गुरुवार को हरियाणा इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (एचईआरसी) के सेक्टर 4 स्थित पंचकूला कार्यालय में हरियाणा लोक प्रशासन संस्थान (हिपा) द्वारा एचईआरसी के कर्मचारियों के लिए आयोजित प्रशिक्षण शिविर में हरियाणा सिविल सेवा दंड तथा अपील-2016 नामक विषय पर व्याख्यान दे रही थी।
मीनाक्षी आनंद चौधरी ने दंड तथा अपील नामक विषय पर बड़ा बारिकी से हर बात को उदाहरण देकर समझाते हुए कहा कि सेक्शन 7 व 8 के तहत कार्रवाई किस प्रकार होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने केस में खुद ही जज नहीं बन सकता, इस बात का विशेष तौर पर ध्यान रहे, साथ ही न्याय करना ही नहीं है बल्कि न्याय होता हुआ भी दिखना चाहिए।
पूर्व मुख्य सचिव ने उदाहरण देकर कहा कि वह जब बिजली निगमों की चेयरपर्सन थी तो उन्होंने नियमों को उदार बनाया था। उन्होंने कहा कि वे नियम आज भी बिजली निगमों में लागू हो रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने कई और उदाहरण देकर बताया कि कैसे इन नियमों के तहत ढिलाई बरती जाती है।
इस अवसर पर एचईआरसी के चेयरमैन दीपेंद्र सिंह ढेसी, सचिव अनिल दून, डायरेक्टर टैरिफ संजय वर्मा, डायरेक्टर टेक्रिकल वीरेंद्र सिंह, हिपा पंचकूला सेंटर के प्रिंसिपल राम शरण, एडिशनल डायरेक्टर सुरभि जैन सहित आयोग के तमाम अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
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