चण्डीगढ़। हरियाणा के हिसार में इंटीग्रेटेड एवियशन हब चरणबद्ध तरीके से तैयार किया जाएगा और जनवरी, 2021 तक दस हजार फुट की हवाई पट्टी तैयार कर दी जाएगी जिसमें ए-320 और बोईंग-737 विमान उतारे जा सकेंगे। इसके अलावा, हिसार एयरपोर्ट को मार्च, 2024 तक संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा तो वहीं, हिसार में एक बड़ा फलाईंग स्कूल भी स्थापित किया जाएगा जिसमें लगभग 100 पायलटों को प्रशिक्षण देने का प्रावधान होगा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यह जानकारी आज यहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित नागकि उड्डयन विभाग की एक बैठक के दौरान दी गई। बैठक में बताया गया कि वर्ष-2021 तक हिसार में बड़े जहाजों के लिए एमआरओ सुविधा के साथ-साथ पार्किंग की सुविधा भी प्रदान करने का भरसक प्रयास किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि हिसार एयरपोर्ट को एक वैकल्पिक एयरपोर्ट के रूप में भी विकसित किया जाएगा ताकि दिल्ली के व्यस्तम एयरपोर्ट की उड़ानें इस एयरपोर्ट का इस्तेमाल कर सकें, जबकि वैकल्पिक पार्किंग की व्यवस्था भी होगी ताकि दिल्ली में जहाजों के पार्किंग की कमी को देखते हुए हिसार में जहाजों को पार्क किया जा सके।
बैठक में बताया गया कि हरियाणा के एयरपोर्टों के प्रबंधन, विस्तार और उडानों से सम्बंधित अन्य क्रियाकलापों के लिए एक बहुउद्देश्यीय वाहन (एसपीवी) बनाया जाएगा जिसके तहत हरियाणा राज्य एवियशन इन्फ्रास्ट्रक्चर कम्पनी लि. को गठित किया जाएगा, जिसकी आज सैद्धांतिक मंजूरी मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा प्रदान की गई है। बैठक में यह भी बताया कि हरियाणा में ड्रोन क्रियाकलापों को मद्देनजर रखते हुए नारनौल के बाछौद में ड्रोन एकेडमी की भी स्थापना की जाएगी क्योंकि इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। इसके अलावा, नारनौल में छोटे जहाजों की पार्किंग को भी बढावा दिया जाएगा।
बैठक में बताया गया कि हैलीकाप्टर की उड़ानों को बढ़ावा देने के लिए पिंजौर में एक हैलीड्रोम बनाया जाएगा ताकि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के हिल-स्टेशनों पर जाने वाले यात्रियों और पर्यटकों को त्वरित सुविधा प्रदान हो सकें। इस हैलीड्रोम को विकसित करने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ जल्द ही एक बैठक का आयोजन होगा। इस हैलीड्रोम के बनने से शिमला, कुल्लू, धर्मशाला जैसे स्टेशनों पर जल्द पहुंचा जा सकेगा। बैठक में यह भी बताया गया कि पिंजौर में फलाईटस के लिए एक बेस सुविधा का भी प्रावधान रखा जाएगा। बैठक में बताया गया कि इन परियोजनाओं को चरणबद्ध व समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक एडवाईजरी कमेटी व मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक स्टेयरिंग कमेटी का गठन भी किया जाएगा।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को नागरिक उडयन के संबंध में विभिन्न प्रस्तुतियां भी दिखाई गई। बैठक में हरियाणा के लोक निर्माण एवं नागरिक उडयन मंत्री राव नरवीर सिंह, मुख्य सचिव डी.एस.ढेसी, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधू, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस.एस.प्रसाद, पर्यटन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टी.वी.एस.एन.प्रसाद, वन एवं वन्य जीव विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस.एन. राय, विकास एवं पंचायत विभाग के प्रधान सचिव सुधीर राजपाल, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण, सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव अनुराग रस्तोगी और नागरिक उड्डयन विभाग के सलाहकार अशोक सांगवान, विभिन्न विभागों के चीफ इंजीनियर व नागरिक उड्डयन से संबंधित क्षेत्र के विभिन्न प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
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