चंडीगढ़ । हरियाणा और अफ्रीका के बीच राजनयिक तथा द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत
करने के लिए आज यहां शुरू हुए दो दिवसीय ‘हरियाणा-अफ्रीका
कॉन्क्लेव, सीरीज-1’ में अफ्रीका और
हरियाणा के बीच द्विपक्षीय व्यापार और कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर बल दिया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
केन्द्रीय
विदेश मंत्रालय के परामर्श पर हरियाणा सरकार के तत्वावधान में राज्य के विदेश
सहयोग विभाग द्वारा ‘गो ग्लोबल अप्रोच के माध्यम से हरियाणा
को बदलना’ शीर्षक के
तहत आयोजित इस कॉन्क्लेव में 12 अफ्रीकी राष्ट्रों नामत:
मलावी, मोजाम्बिक, तंजानिया, मेडागास्कर, नाइजीरिया, इरिट्रिया,
जिम्बाब्वे, युगांडा, सेनेगल,
केन्या, इथियोपिया और घाना के राजदूतों एवं
वरिष्ठï दूातावास अधिकारियों और हरियाणा के मंत्रियों एवं
उच्चाधिकारियों ने भाग लिया।
पहले
हरियाणा-अफ्रीका कॉन्क्लेव का उद्देश्य आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को सुदृढ़
करना है, क्योंकि इससे न केवल सहयोग करने के लिए एक रूपरेखा
और अवसर पैदा होंगे बल्कि दोनों क्षेत्रों के लोगों के बीच आपसी संबंध भी बढ़ेंगे।
यह कॉन्क्लेव लंबे समय से चली आ रही दोस्ती को और सुदृढक़रने की दिशा में उठाया गया
एक बड़ा कदम है जिससे दोनों क्षेत्रों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा।
इस
दो दिवसीय कॉन्क्लेव में हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री,
केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री, हरियाणा के
उपमुख्यमंत्री और अफ्रीकी देशों के प्रतिनिधिमंडल के अतिरिक्त केन्द्रीय विदेश
मंत्रालय और हरियाणा सरकार के गणमान्य व्यक्ति भाग लेंगे।
कॉन्क्लेव
के पहले दिन, आज, दोनों क्षेत्रों के
बीच प्रचलित सांस्कृतिक संबंधों को समझने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा जिमखाना
क्लब, चंडीगढ़ में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और उसके बाद रात्रिभोज का आयोजन किया गया। इस
सांस्कृतिक कार्यक्रम में उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, पटियाला
(एनजेडसीसी) द्वारा हरियाणा, पंजाब, गुजरात,
उत्तराखंड और जम्मू व कश्मीर राज्यों के लोक नृत्य प्रस्तुत किए गए
।
इसी
प्रकार, 29 अक्तूबर 2021 को कॉन्क्लेव
के दूसरे दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रतिनिधिमंडल और गणमान्य व्यक्तियों को
संबोधित करेंगे। इसके अतिरिक्त, इस दिन अफ्रीकी देशों और
हरियाणा के प्रतिनिधियों और गणमान्य व्यक्तियों के विचार-विमर्श सत्र का आयोजन
किया जाएगा जिसमें कृषि, कौशल विकास, शिक्षा,
सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि आधारित खाद्य
प्रसंस्करण, डेयरी, खेल, सांस्कृतिक आदान-प्रदान, पारस्परिक हित और कई अन्य
क्षेत्रों में सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा होगी।
कॉन्क्लेव में आपसी संबंध बनाने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और दोनों
क्षेत्रों के लोगों के बीच आपसी संबंधों को बढ़ाने पर भी चर्चा की जाएगी।
हरियाणा
राज्य और अफ्रीकी महाद्वीप कई समानताएं साझा करते हैं, दोनों
क्षेत्र कृषि प्रधान हैं और युवा जनसांख्यिकीय एवं बड़े उपभोक्ता बाजार का लाभ ले
रहे हैं। ये तालमेल हरियाणा और अफ्रीका के बीच स्थायी आर्थिक कारोबार और
द्विपक्षीय संबंधों के निर्माण के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करेगा। अत: यह
कॉन्क्लेव निश्चित रूप से मौजूदा और संभावित व्यापार भागीदारों के साथ व्यापार और
निवेश को बढ़ावा देने के लिए देश-वार रणनीतियां तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाएगा।
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