चंडीगढ़। फेडरेशन
आॅफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष एवं निसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग व हरियाणा शिक्षा बोर्ड
भिवानी के अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल नहीं है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ये ही कारण है कि बोर्ड
द्वारा आठवीं तक चलने वाले स्कूलों को संबद्धता करवाने के आदेश स्कूल
संचालकों के लिए परेशानियों का कारण बन गया। उन्होंने कहा कि आरटीई के तहत
मान्यता लेने वाले स्कूल संचालक जब हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी में जाकर
संबद्धता करवाने के लिए आवेदन करते हैं तो उनकी फाइल जमा करने से इंकार कर
दिया जाता है। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि हरियाणा शिक्षा विभाग ने पिछले 8
सालों में जितने भी स्कूलों को आरटीई के तहत मान्यता दी है सभी को प्रविजनल
मान्यता दी है और बोर्ड इसी ‘प्रविजलन’ शब्द को आधार बनाकर संबद्धता करने
से इंकार कर रहा है।
कुलभूषण शर्मा ने कहा कि पिछले 8 सालों में
प्रदेशभर में करीब 1500 स्कूलों को आरटीई के तहत मान्यता दी गई है। अभी कुछ
दिन पहले हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी की तरफ से आदेश दिए गए कि जो भी
आठवीं तक मान्यता प्राप्त स्कूल है वह निर्धारित तारीख 30 जुलाई तक 8000
रुपए जमा करवाकर बोर्ड के साथ संबद्धता करवाएं और यदि वह 30 जुलाई तक नहीं
करवाते तो उन्हें 5 हजार रुपए लेट फीस के साथ संबद्धता करवानी होगी।
कुलभूषण शर्मा ने सवाल किया कि जो स्कूल संचालक संबद्धता करवाने के लिए
बोर्ड के चक्कर काट रहे हैं, उनके साथ बोर्ड संबद्धता क्यों नहीं कर रहा।
उन्होंने
कहा कि बोर्ड व शिक्षा विभाग के अधिकारियों में आपस में तालमेल नहीं है और
यदि बोर्ड के अधिकारियों को ‘प्रविजनल’ मान्यता से किसी तरह की आपत्ति है
तो वह शिक्षा विभाग से पत्राचार कर उसे कंफर्म करते हुए स्कूल को राहत दे
सकते हैं। कुलभूषण शर्मा ने कहा कि दोनों विभागों में आपसी तालमेल न होने
के कारण कोई भी आरटीई के तहत मान्यता लेने वाला स्कूल बोर्ड के साथ
संबद्धता नहीं कर पाया है और ऐसे में संबद्धता करने की तारीख को बढ़ाया जाए
और बोर्ड अधिकारियों को ‘प्रविजनल’ मान्यता वाले स्कूलों के साथ संबद्धता
करने के आदेश दिए जाएं। साथ ही कुलभूषण शर्मा ने कहा कि जल्द ही वह इस
मामले को लेकर एसीएस व निदेशक शिक्षा विभाग के संज्ञान में लाएंगे और सारी
स्थिति से अवगत करवाएंगे।
3206 स्कूलों को जल्द जारी करेंगे एक्सटेंशन
फेडरेशन
आॅफ प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष कुलभूषण शर्मा ने कहा कि जब
कोर्ट से गैरमान्यता प्राप्त स्कूलों को भी कानून के अनुसार मौका दिया है,
तो सरकार को 3206 स्कूलों को भी राहत देते हुए एक्सटेंशन का लेटर जारी
करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन 3206 स्कूलों में लाखों छात्र पढ़ रहे हैं
और जब तक सरकार लेटर नहीं देगी, तब तक बोर्ड के साथ संबद्धता नहीं हो सकती।
ऐसे में लाखों बच्चों का भविष्य अंधकार में है।
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