चंडीगढ़ । हरियाणा के मुख्यमंत्री
मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को नई दिल्ली में, विशेषकर लालकिले में हुई
घटनाओं की निंदा की और कहा कि किसानों का विरोध अब उनके नेताओं के नियंत्रण
से बाहर हो गया है और दिशा से भटक गया है।
उन्होंने किसानों से मंगलवार की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के बाद अपने घर
लौटने की अपील की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार शाम को यहां बुलाई
गई एक विशेष कैबिनेट की बैठक में सर्वसम्मति से कहा गया कि लोगों को
असामाजिक तत्वों के नापाक इरादों को नाकाम करना चाहिए और शांति और सद्भाव
बनाए रखने में सहयोग करना चाहिए।
खट्टर ने कहा, "कोई भी भारतीय
लालकिले में राष्ट्रीय ध्वज के अलावा किसा अन्य झंडे को फहराने को बर्दाश्त
नहीं कर सकता। ऐसा करना उन महान स्वतंत्रता सेनानियों और शहीदों का अपमान
है, जिन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया, ताकि तिरंगा लालकिले की
प्राचीर पर ऊंची उड़ान भर सके।"
उन्होंने कहा, "हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इस तरह की अराजकता फैलाकर स्वतंत्रता हासिल नहीं की है।"
मुख्यमंत्री
ने कहा कि किसान संगठनों ने दिल्ली में शांतिपूर्ण विरोध के लिए दृढ़
आश्वासन दिया था, लेकिन मंगलवार की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि विरोध
प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके के बजाय हिंसात्मक रूप ले लिया।
इसलिए,
अब किसानों को सोचना चाहिए कि विरोध किस दिशा में हो रहा है। उन्होंने कहा,
लोकतंत्र में मतभेदों को सुलझाने के लिए पर्याप्त गुंजाइश है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसी बातचीत से सभी तरह के मतभेदों को सुलझाया जा सकता है।
--आईएएनएस
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