चंडीगढ़। भारतीय
जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने कहा कि 29 साल तक
कांग्रेस-इनेलो ने दादूपुर नलवी नहर परियोजना पर वोट की राजनीति करते हुए
परियोजना के महत्व को खत्म कर दिया। इसे अधिक बजट का बताकर वर्ष 1992 में
बंद करने की कोशिश करने वाली कांग्रेस और बार-बार सत्ता पर काबिज हुई इनेलो
आज घड़ियाली आंसू बहाकर लोगों से भावनात्मक खिलवाड़ करने की कोशिश कर रहे
है। उन्होंने कांग्रेस, इनेलो को जनता से छलावा करने से बाज आने की नसीहत
दी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आज
यहां जारी बयान में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, दीपेंद्र हुड्डा, इनेलो नेता अभय
चौटाला द्वारा अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए उठाए जा रहे कदमों को
नौटंकी करार दिया।
उन्होंने कहा कि आज किसानों के मध्य जाकर इस परियोजना को
बंद नहीं करने और शुरू कराने की मांग उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री
भूपेंद्र सिंह हुड्डा क्यों भूल रहे हैं कि परियोजना की लागत बढ़ती देखकर
खुद कांग्रेस ने 1992 में इस प्रोजेक्ट को बंद करने के लिए डिनोटिफाई करने का
काम कर चुकी है। लेकिन उस समय न्यायालय द्वारा उन्हें पहले किसानों को
मुआवजा देने का आदेश देकर उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया था। इसके बाद वर्ष
2013 में कैग रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर परियोजना की उपयोगिता पर संतोषजनक
कार्रवाई नहीं होने तथा परियोजना के प्राथमिक उद्देश्यों की पूर्ति नहीं
होती देखकर सवाल उठा चुके हैं।
बराला ने कहा कि कांगे्रस की तरह जब इनेलो सत्ता में
रही तो उन्होंने भी अपने कार्यकाल में दादूपुर नलवी नहर को लेकर बेरूखी
बरती और मामले को जस का तस रहने दिया। आज इनेलो नेता किसानों के हित और
राज्यपाल से मिलकर परियोजना को पुन: शुरू कराने की बात करते हैं। उन्होंने
कहा कि दोनों राजनीतिक दल लगातार विपक्ष की जिम्मेदारी निभाने में नाकाम
साबित हो रहे हैं और लगातार अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रहे
हैं।
काशी में विकास और विरासत का सपना धीरे-धीरे हो रहा साकार : पीएम मोदी
रुद्राक्ष सेंटर में सांस्कृतिक प्रस्तुति देख मंत्रमुग्ध हुए प्रधानमंत्री मोदी
'गदर 2' की सफलता से बेहद खुश धर्मेंद्र, कहा- 'किस्मत वाला होता है बाप वो...'
Daily Horoscope