चंडीगढ़। हरियाणा के ने बतौर वित्त मंत्री पहली बार पेपरलेस बजट एक टेबलेट के द्वारा पेश करके कीर्तिमान स्थापित किया है। गत वर्ष के बजट सत्र का इस वर्ष रिकार्ड तोड़ते हुए ज्यादा सीटिंग व सभी विधायकों को बोलने का मौका प्रदान करने का नया कीर्तिमान भी स्थापित किया गया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हरियाणा विधानसभा में 90 विधायक हैं और बजट सत्र के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने सभी विधायकों को बेहतरीन तकनीक के लैपटॉप दिए। उन्होंने विधायकों को आधुनिक तकनीक से जुडऩे का आहवान करते हुए कहा कि विधायकों को विधानसभा की कार्यवाही संबंधी समस्त जानकारी उनके लैपटॉप पर उपलब्ध होगी, जिससे उनकी कार्य क्षमता को बढ़ावा मिलेगा
2019-20 के विधानसभा बजट सत्र में 8 बैठकें की गई थी। तब 31 घंटे 49 मिनट तक सदन की कार्यवाही चली थी। इस बार गत वर्ष का रिकोर्ड तोड़ते हुए 10 बैठकें हुई और 41 घंटे 27 मिनट तक विधानसभा की कार्यवाही चली।
बजट सत्र के दौरान कुल 10 बैठकें हुईं। इन बैठकों में 41 घंटे 27 मिनट का समय सत्र की कार्यवाही के लिए दिया गया। बजट सत्र में महामहिम राज्यपाल के अभिभाषण पर 4 दिन तक चर्चा हुई। इस चर्चा में 16 भाजपा, 8 जेजेपी के विधायकों ने भाग लिया। इस चर्चा में भाजपा विधायकों ने 169 मिनट, जेजेपी विधायकों ने 63 मिनट व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 101 मिनट का समय लिया। सत्ता पक्ष के 24 विधायकों व मुख्यमंत्री ने 333 मिनट (5 घंटे 33 मिनट) का समय लिया। सत्र के दौरान कुल 5 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी लाये गए।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी के 11 विधायकों ने 163 मिनट, सात आजाद विधायकों ने 40 मिनट, इंडियन नेशनल लोक दल के एक विधायक ने 19 मिनट का समय इस दौरान लिया। यानि विपक्ष व आजाद विधायकों को कुल 3 घंटे 42 मिनट का समय दिया गया।
बजट पर सामान्य चर्चा के लिए 559 मिनट (9 घंटे 19 मिनट) का समय दिया गया। इसमें भाजपा के 21 विधायकों ने 180 मिनट, जेजेपी के 5 विधायकों ने 69 मिनट एवं मुख्यमंत्री ने जवाब के लिए 72 मिनट का समय लिया, जबकि विपक्षी दल इंडियन नेशनल कांग्रेस के 12 विधायकों ने 184 मिनट व तीन आजाद विधायकों ने 32 मिनट एवं इंडियन नेशनल लोक दल के एक विधायक ने 22 मिनट का समय लिया। विपक्ष सहित अन्य को कुल 4 घंटे 2 मिनट का समय दिया गया, जबकि बीजेपी व जेजेपी के 26 विधायक व मुख्यमंत्री ने 5 घंटे 21 मिनट का समय लिया। सामान्य चर्चा के लिए कुल समय 559 मिनट का लिया गया यानी 9 घंटे 19 मिनट तक का समय विधानसभा कार्यवाही के लिए गया।
बजट सत्र में 24 फरवरी 2020 को 13 तारांकित, 17 अतारांकित, 24 अनुपूरक प्रश्न पूछे गए। 25 फरवरी को 12 तारांकित, 15 अतारांकित व 20 अनुपूरक, 26 फरवरी को 10 तारांकित, 14 अतारांकित व 20 अनुपूरक, 27 फरवरी को 11 तारांकित, 12 अतारांकित, 23 अनुपूरक, 28 फरवरी को 11 तारांकित, 10 अतारांकित व 25 अनुपूरक, 2 मार्च को 12 तारांकित, 13 अतारांकित व 26 अनुपूरक, 3 मार्च को 8 तारांकित, 7 अतारांकित व 17 अनुपूरक, 4 मार्च को 16 तारांकित, 33 अनुपूरक प्रश्न विधायकों द्वारा पूछे गए । इस दिन 4 मार्च को कोई भी अतारांकित प्रश्न नहीं पूछा गया।
कुल 180 प्रश्नों में 93 तारांकित, 88 अतारांकित व 188 अनुपूरक प्रश्न विधायकों द्वारा सत्र के दौरान जबकि 6 प्रश्न विधायकों के उस समय मौजूद न होने कारण नहीं पूछे गए। 20 व 28 फरवरी तथा 4 मार्च की बैठकों को छोडकऱ सभी बैठकों में शून्य काल रखा गया। 26 फरवरी, 2020 को इनेलो व 27 फरवरी, 2020 को कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने वॉकआउट किया।
सदन की बैठकों जिनमें 20 जनवरी को 29 मिनट, 20 फरवरी को 20 मिनट, 24 फरवरी को 4 घंटे 31 मिनट, 25 फरवरी को 3 घंटे 36 मिनट, 26 फरवरी को 4 घंटे 27 मिनट, 27 फरवरी को 5 घंटे 43 मिनट, 28 फरवरी को 3 घंटे 44 मिनट, 2 मार्च को 4 घंटे 37 मिनट, 3 मार्च को 6 घंटे 23 मिनट 4 मार्च को सबसे अधिक समय 8 घंटे 4 मिनट तक सदन की कार्यवाही चली।
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