चंडीगढ़। अक्टूबर महीने के दौरान बेमौसमी और लगातार भारी वर्षा के कारण धान की गुणवत्ता प्रभावित होने के दृष्टिगत हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने केन्द्रीय खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले राज्य मंत्री रामविलास पासवान से धान की निर्धारित स्पैसिफिकेशन और मिल्ड चावल यानी टूटे, खराब और बदरंग हुए चावलों में छूट देने का अनुरोध किया है। इस संबंध में मुख्यमंत्री द्वारा रामविलास पासवान को एक पत्र लिखा गया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने कहा कि धान जो निर्धारित स्पैसिफिकेशन के अनुसार खरीदी गई है, से निर्धारित स्पैसिफिकेशन का चावल नहीं निकाला जा सकता। इसकी स्पैसिफिकेशन में 67 प्रतिशत प्राप्ति, 25 प्रतिशत टूटे हुए, 3 प्रतिशत खराब और 3 प्रतिशत बदरंग शामिल हैं। इस प्रकार विकट परिस्थितियों के दृष्टिगत किसानों को उनकी उपज का लाभप्रद मूल्य दिलाने के लिए उपरोक्त स्पैसिफिकेशन में छूट दी जानी आवश्यक है।
उन्होंने अनुरोध किया कि हरियाणा राज्य को उपज में 67 प्रतिशत से 64 प्रतिशत के अनुपात में और खराब व बदरंग अनाज के संबंध में 3:3 से 5:5 तक तथा टूटे दानों में 25 प्रतिशत से 30 प्रतिशत और बिना किसी मूल्य कटौती के चावल नमी में 0.5 प्रतिशत की छूट दी जाए। उन्होंने कहा कि छूट दिए बिना राज्य के लिए धान मिल्लड करवाना और केन्द्रीय पूल में भारतीय खाद्य निगम को समस्त कस्टम मिल्लड राइस (सीएमआर) प्रदान करना कठिन होगा।
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