चंडीगढ़। हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस बैठक में फरीदाबाद और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के समग्र विकास को लेकर पांच अहम मुद्दे उठाए गए, जिन पर केंद्रीय मंत्री ने सहमति जताई। ये प्रस्ताव क्षेत्र के विकास, ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान और बेहतर कनेक्टिविटी के लिए अहम माने जा रहे हैं।
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बदरपुर बॉर्डर से आश्रम चौक तक 8.5 किलोमीटर लंबे मार्ग को सिग्नल फ्री बनानाफरीदाबाद और दिल्ली के बीच बदरपुर बॉर्डर से आश्रम चौक तक 8.5 किलोमीटर लंबे मार्ग को सिग्नल फ्री बनाने का प्रस्ताव रखा गया है। इस योजना के तहत ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान होगा और लोगों को आसानी से दिल्ली आने-जाने की सुविधा मिलेगी।आंकड़े बताते हैं कि इस मार्ग पर प्रतिदिन ढाई लाख से अधिक वाहन चलते हैं, जिसके कारण यहां लगातार ट्रैफिक जाम लगा रहता है।
फरीदाबाद सेक्टर-37 से बदरपुर तक केएमपी से सीधा कनेक्शन
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने फरीदाबाद सेक्टर-37 से बदरपुर बॉर्डर को केएमपी (कुंडली-मानेसर-पलवल) एक्सप्रेस-वे से सीधा जोड़ने का प्रस्ताव रखा। इससे ट्रकों और भारी वाहनों को शहर में प्रवेश करने की जरूरत खत्म हो जाएगी और औद्योगिक क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सकेगी। इंडस्ट्री रिपोर्ट के मुताबिक इससे फरीदाबाद के उद्योगों के लिए लॉजिस्टिक्स लागत में 20-25 फीसदी की कमी आने की उम्मीद है।
बाटा और बड़खल क्षेत्र से एलिवेटेड रोड का निर्माण
बाटा और बड़खल के पश्चिमी क्षेत्र को पूर्वी क्षेत्र (पुराना फरीदाबाद, सेक्टर और ग्रेटर फरीदाबाद) से जोड़ने के लिए एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) को सौंपने का सुझाव दिया गया।इसके साथ ही इस एलिवेटेड रोड को एफएनजी (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का भी प्रस्ताव रखा गया है। इससे बड़खल क्षेत्र के लोग नोएडा और गाजियाबाद आसानी से पहुंच सकेंगे।
परिवहन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इस कनेक्टिविटी से यात्रा का समय 30-40 फीसदी कम हो सकता है।
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ा स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट
दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़े सेक्टर-28 और ओल्ड फरीदाबाद की तर्ज पर स्मार्ट रोड बनाने का काम एनएचएआई को सौंपने की बात कही गई है।स्मार्ट रोड में बेहतर स्ट्रीट लाइटिंग, सीसीटीवी सर्विलांस, रेन वाटर हार्वेस्टिंग और ग्रीन बेल्ट का विकास शामिल है।स्मार्ट रोड प्रोजेक्ट से शहर की सुरक्षा 40 फीसदी बढ़ने और ट्रैफिक कंट्रोल में 35 फीसदी सुधार होने की उम्मीद है।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास से रोजगार में बढ़ोतरी
इन सभी प्रोजेक्ट के लागू होने से न सिर्फ ट्रैफिक की समस्या का समाधान होगा बल्कि फरीदाबाद के इंफ्रास्ट्रक्चर में भी तेजी से विकास होगा। इससे हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार, सड़क निर्माण परियोजनाओं में प्रति एक करोड़ रुपये के निवेश पर लगभग 40-50 नौकरियां पैदा होती हैं।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल द्वारा उठाए गए ये पांच महत्वपूर्ण मुद्दे फरीदाबाद और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की सहमति से इन परियोजनाओं के तेजी से क्रियान्वयन का रास्ता साफ हो गया है। इन प्रस्तावित परियोजनाओं से न केवल यातायात व्यवस्था में सुधार होगा बल्कि आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और रोजगार सृजन में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। इस प्रकार, ये कदम फरीदाबाद को एक स्मार्ट और टिकाऊ शहर बनाने की दिशा में एक मजबूत आधार प्रदान करेंगे।
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