चण्डीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री
मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां आंगनवाड़ी
कार्यकर्ताओं को श्रमिकों की तर्ज पर कुशल व अर्धकुशल श्रेणी में रखने और
कुशल श्रेणी के लिए 11,429 रुपये मासिक व अर्धकुशल श्रेणी के लिए 10,286
रुपये मासिक मानदेय देने का निर्णय लिया है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को
भारतीय जनता पार्टी ने कभी पक्का कर्मचारी करने का कोई चुनावी वादा नहीं
किया था। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री,
आज यहां हरियाणा विधानसभा में चल रहे
बजट सत्र के दौरान शून्य काल में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश
में किए जा रहे आंदोलन पर लाए गये ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर सदन में अपना
जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री
ने सदन को इस बात से भी अवगत करवाया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओंं व सहायकों
को वर्ष 2004-05 में तत्कालीन सरकार द्वारा स्वयंसेवी के रूप में उसी गांव
में केन्द्रीय प्रायोजित व राज्य सरकार की हिस्सेदारी के साथ चलाई जाने
वाली समेकित बाल विकास योजनाओं में सहायता करने के लिए 1000 रुपये मानदेय
के साथ रखा गया था, जिसे पिछली सरकार ने वर्ष 2008 में 2000 रुपये मासिक,
2009 में 3000 रुपये मासिक, 2011 में 3700 रुपये मासिक व चुनावी वर्ष को
देखते हुए 2014 में 7500 रुपये मासिक किया था। हमारी सरकार ने पहली जनवरी,
2014 से लम्बित पिछले वकाया का भी भुगतान किया है।मुख्यमंत्री
ने इस बात की भी जानकारी दी कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की एसोसिएशन के
प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में 1 मार्च, 2018 से नए मानदेय देने की
सहमति बनी थी।
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