चंडीगढ़। उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिविल एविएशन से संबंधित सभी प्रोजेक्टस को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। ताकि राज्य को उड़ान के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर चमकाया जा सके। इसमें ढिलाई कतई सहन नहीं की जाएगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
डिप्टी सीएम ने सिविल एविएशन से संबंधित राज्यभर में चल रहे विभिन्न प्रोजेक्टस से जुड़े अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। दुष्यंत ने भिवानी, नारनौल, करनाल, गुरुग्राम आदि एयरस्ट्रिप और हेलीपोर्ट बारे जमीन का अधिग्रहण व उनको विकसित करने बारे विस्तार से चर्चा की। हिसार एयरपोर्ट के बारे में भी अधिकारियों से फीडबैक लिया और काम में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बैठक में जानकारी दी गई कि भिवानी एयरस्ट्रिप को विकसित करने के लिए 270 एकड़ भूमि की उपयुक्तता की रिपोर्ट भिवानी के उपायुक्त से आ चुकी है। जल्द ही उक्त भूमि को अधिग्रहित करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। इसी प्रकार, नारनौल व करनाल की एयरस्ट्रिप के विस्तार के लिए भी अधिकारियों से फीडबैक लिया।
उन्होंने गुरुग्राम में बनने वाले हेलीपोर्ट बारे पूछताछ की तो अधिकारियों ने बताया कि पवन हंस लिमिटेड कंपनी ने फिजिबिलिटी स्टडी पूरी कर ली है। 31 मार्च 2023 तक इसकी संभावित कीमत का खाका तैयार कर लिया जाएगा।
डिप्टी सीएम ने हिसार को एविएशन हब और अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए 31 मई 2023 तक हवाई अड्डे की बाउंड्रीवॉल पूरी करने के निर्देश दिए। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से हवाई अड्डे में पेयजल की आपूर्ति और बरसाती पानी की निकासी के प्रोजेक्ट के कार्य को 15 अप्रैल 2023 तक पूरा करने के निर्देश दिए। सिक्योरिटी वॉच-टॉवर के टेंडर अप्रैल माह में जारी कर काम शुरू करने की हिदायत दी।
उन्होंने हवाई अड्डे के अंदर आने वाले पुलिस के वेलफेयर सेंटर को खाली करवा कर एविएशन विभाग को कब्जे में लेने को कहा कि ताकि इस बिल्डिंग का उपयोग एविएशन के उपकरणों को स्थापित करने के लिए किया जा सके।
दुष्यंत चौटाला ने अगस्त में हिसार हवाई अड्डे से प्रस्तावित अन्य राज्यों को जोड़ने हवाई सेवाओं से पूर्व सुरक्षा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए तैयारियां करने को कहा।
उन्होंने हाईटेंशन तारों को हवाई अड्डे क्षेत्र से दूर करने में आ रही दिक्कतों के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि वे जिला प्रशासन के साथ सामंजस्य स्थापित कर उन तारों को अति शीघ्र हटवाएं ताकि जहाजों को टेक ऑफ और लैंडिंग में परेशानी न आए। इनके अलावा उन्होंने विभाग के अन्य कार्यों की भी समीक्षा की।
इस अवसर पर हरियाणा सिविल एविएशन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अंकुर गुप्ता, एचएसआईआईडीसी के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता, सिविल एविएशन के एडवाइजर डॉ. शालीन, उपमुख्यमंत्री के ओएसडी कमलेश भादू के अलावा अन्य सिविल एविएशन तथा लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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