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चंडीगढ़। हरियाणा की सियासत में चाचा अभय सिंह चौटाला और भतीजा दुष्यंत चौटाला एक बार फिर आमने-सामने हो गए हैं। दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर दोनों ने एक-दूसरे पर ताने कसे हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनावों में जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने अपने उम्मीदवार मैदान में उतारने से इनकार किया है। जजपा सुप्रीमो और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आग्रह पर दिल्ली के चुनावों में जजपा ने सहयोगी पार्टी भाजपा के उम्मीदवारों की मदद का फैसला किया है। इससे पहले जजपा 'चाबी' चिन्ह पर कुछ उम्मीदवारों को चुनाव लड़ाने की इच्छुक थी। जजपा के चुनाव मैदान से हटने के दुष्यंत चौटाला के फैसले पर व्यंग्य कसते हुए उनके चाचा अभय सिंह चौटाला ने कहा है, 'वह दिन दूर नहीं जब जजपा का भाजपा में विलय हो जाएगा। भाजपा के समर्थन से ही जजपा सत्ता में है।'
इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय सिंह चौटाला पर पलटवार करते हुए उनके भतीजे उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है, 'अभय चौटाला को जजपा के बजाए इनेलो की चिंता करनी चाहिए। बीस विधायकों वाली पार्टी इनेलो रसातल में जा चुकी है और आज इस पार्टी के विधानसभा में केवल एक विधायक रह गया है.' अपने चाचा के बारे में उन्होंने कहा कि उन्हें आज कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। अपनी पार्टी के वे अकेले विधायक रह गए हैं, जबकि जजपा के दस विधायक जीत कर आए हैं। जजपा के बजाए उन्हें इनेलो की चिंता करनी चाहिए।'
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