चंडीगढ़। हरियाणा सरकार इसी साल आगामी अगस्त-सितंबर माह में कबड्डी और कुश्ती की तरह ही बॉक्सिंग की भी लीग शुरु करवाएगी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
यह
जानकारी आज भिवानी में तृतीय एक करोड़ी ईनामी भारत केसरी दंगल-2018 की
शुरूआत के दौरान दी गई। खेल मंत्री श्री अनिल विज के साथ हरियाणा के
राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित
तीन दिवसीय कुश्ती टूर्नामेंट का उदघाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल ने देश
का नाम रोशन करने वाले प्रदेश की कुश्ती प्रतिभाओं को सम्मानित किया
राज्यपाल
ने द्रोणाचार्य, ध्यानचंद, अर्जुन तथा भीम अवार्डियों को स्मृति चिन्ह
देकर सम्मानित किया। द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर प्रसाद हिसार, गीता और
बबीता के पिता एवं द्रौणाचार्य अवार्डी महाबीर सिंह फोगाट भिवानी, ध्यान
चंद अवार्डी कुलदीप सिंह व अनिल मान सोनीपत, अर्जुन अवार्डी सत्यवान रोहतक,
रमेश कुमार गुलिया सोनीपत, योगेश्वर दत्त सोनीपत, बजरंग पूनिया झज्जर,
गीता फोगाट भिवानी, नेहा राठी फरीदाबाद, विरेंद्र सिंह झज्जर, अमित कुमार
रोहतक, मनोज कुमार झज्जर, विरेंद्र सिंह भिवानी, मनोज कुमार झज्जर को
सम्मनित किया।
गीता फौगाट के विजयी दाव से हुआ आगाज
तीसरे
भारत केसरी दंगल की पहली कुश्ती हरियाणा की टीम में शामिल भिवानी से
पहलवान गीता फौगाट और महाराष्ट्र वेदांतिका पंवार के बीच मुकाबले के साथ
हुई। राज्यपाल ने दोनों पहलवानों से परिचय किया और उनको अपना आर्शीवाद
दिया। गीता ने पलक झपकते ही महाराष्ट्र की पहलवान को पटखनी दी। उन्होंने
चंद सैकेंड में पंवार को मात दी और अपनी जीत से इस दंगल का आगाज किया। इसी
प्रकार ने दूसरी कुश्ती पुरुष पहलवानों के बीच हुई, जो राज्यपाल के
आर्शीवाद के साथ हुई। इस कुश्ती में रेलवे की तरफ से खेल रहे हरियाणा के
खिलाड़ी बजरंग और राजस्थान के निर्मल बिश्रोई के बीच मुकाबला हुआ। इस
मुकाबले में बजरंग ने एक दाव से छह अंक अर्जित करके इसे रोचक बनाया और
मुकाबला अपने नाम किया।
हरियाणा का कोई मुकाबला नहीं
हरियाणा
के पहलवानों को कोई मुकाबला नहीं है। यहां के पहलवानों ने भिवानी में
आयोजित तीसरे भारत केसरी कुश्ती दंगल में भी एक तरफा जीत हासिल की है। दंगल
के आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण अंचल से खेल कुश्ती की लोकप्रियता को बरकरार
रखना और कुश्ती को बढ़ावा देना है। इस दंगल में भी योगेश्वर दत्त सहित
प्रदेश व देश के नामी पहलवान शामिल हुए हैं, जो अन्य पहलवानों के प्रेरणा
का स्रोत हैं। प्रदेश की खेल की नई नीति की बदौलत से प्रदेश के खिलाडिय़ों
ने कॉमनवेल्थ खेलों में सबसे अधिक पदक हासिल किए हैं।
झज्जर
के खिलाड़ी वीरेंद्र सिंह ने डैफ ओलंपिक में लगातार तीसरी बार गोल्ड मेडल
हासिल किया कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। भिवानी दंगल में हजारों की
संख्या में दर्शक शामिल हुए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची
हैं। दंगल के दूसरे और तीसरे दिन और भी अधिक लोगों की भीड़ पहुंचने की
संभावना है।
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