अंबाला। शहर के धूलकोट में बसे भूपेंद्र बडाक ने समाज सेवा की दिशा में कई वर्षों से सक्रिय भूमिका निभाई है। अब, वे विधानसभा चुनाव में आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतरे हैं। उनका चुनावी अभियान और भी खास है क्योंकि उन्होंने किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता दी है।
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भूपेंद्र बडाक ने अपने चुनावी अभियान के दौरान कहा कि उन्होंने हमेशा किसानों के अधिकारों और उनकी समस्याओं के प्रति संवेदनशीलता दिखाई है। उनका चुनाव निशान भी गन्ना किसान है, जो उनकी किसानों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने दावा किया कि यदि वे सत्ता में आए तो "एक कलम से शंभू बॉर्डर खुलवा सकते हैं", जो कि अंबाला शहर के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
भूपेंद्र ने यह भी कहा कि कांग्रेस और भाजपा ने विकास के नाम पर कुछ खास नहीं किया है। पानी की निकासी, शिक्षा, और स्वास्थ्य जैसे मुद्दे अभी तक हल नहीं हो सके हैं। वे अपने चुनावी प्रचार के दौरान इन मुद्दों पर भी काम करने का वादा कर रहे हैं। उनका कहना है, "मैं जमीन से जुड़ा हुआ हूं और आपकी समस्याओं को समझता हूं। मेरे इरादे बुलंद हैं और मैं शहर की सभी समस्याओं को प्रमुखता से हल करने का प्रयास करूंगा।"
भूपेंद्र बडाक के इस उत्साहपूर्ण और स्पष्ट दृष्टिकोण से यह साफ है कि वे अंबाला शहर के विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं और जनता की समस्याओं को प्राथमिकता देने का इरादा रखते हैं।
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