अम्बाला। मंडियों में फसल की आवक को लेकर किसान चिंतित है कि उनकी फसल का सरकार उचित मूल्य देगी या नही? इसलिए अम्बाला में सरसों ओर गेहू की फसल पैदा करने वाले किसान उपज को करनाल में बेचने के लिए उत्सुक दिख रहे हैं। वहीं अम्बाला मार्केट कमेटी सचिव किसानों को उनकी फसल का वाजिब दाम देने के साथ फसल को पूरी तरह सुखाकर लाने की सलाह भी दे रहे हैं। वहीं केबिनेट मंत्री अनिल विज का कहना है कि अब तो सरकार ने पूरे प्रदेश में किसान को गेहू का दाम 1625 रुपए प्रति क्विंटल देने की घोषणा की है। हां किसान किसी ओर वजह से करनाल जा रहा हो तो पता नहीं। अपने खेतों में सरसों की पक चुकी फसल काटकर मंडी में बेचने के लिए ले जा रहे किसान वाजिब मूल्य न मिलने से चिंतित लग रहे हैं। इसलिए वे अपनी सरसों की फसल का वाजिब दाम पाने के लिए अम्बाला मंडी की जगह करनाल की तरफ रुख करने लगे हैं। किसान बलजिंदर का कहना है करनाल मंडी में उन्हें बिना किसी जददोजहद के उचित दाम मिल जाते हैं। वहीं अगली फसल की किसान कुछ देर बाद कटाई करेंगे। सरकार की तरफ से 1 अप्रैल से फसल की खरीद जारी हो जाती है। मंडी में गेहूं खरीद का जिम्मा हेफड़, फूड सप्लाई को दिया गया है। किसान ताराचंद का कहना है मगर अधिकारी गेहंू की फसल में नुक्स निकलते हैं। इसीलिए हम अपनी फसल को करनाल में बेच देते हैं।
अम्बाला मार्केट कमेटी के सचिव कृष्ण कुमार मलिक ने बताया की अब तो सरकार ने गेहूं का मूल्य पूरे प्रदेश में 1625 रुपए प्रति क्विंटल तय कर दिया है। जिससे किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकता हैं, उसे उसकी फसल का समर्थन मूल्य 1625 रुपए प्रति क्विंटल ही मिलेगा। उन्होंने किसानों को यह सलाह भी दी कि वह अपनी गेहूं की फसल को अच्छी तरह सुखाकर मंडियों में लाएं जिससे उन्हें फसल बेचने में कोई दिक्कत ना हो। कृष्ण कुमार ने बताया कि अंबाला मंडी जो 33 एकड़ में बनी है उसमें किसानों के लिए 4 वाटर कूलर 5 बड़े बड़े शैड और अच्छी सडक़ों की अंबाला-दिल्ली रोड पर व्यवस्था कर दी गई है। जिससे यहां आने वाले किसान को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो। मलिक ने कहा कि 1 अप्रैल से गेहूं फसल की खरीद शुरू हो चुकी है और सरकारी एजेन्सियों के अधिकारी इसकी खरीद करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए उचित दिशा निर्देश भी दिए जा चुके हैं। मलिक ने बताया कि पिछली बार हमारी अनाज मंडी प्रियसीला करके 20 थी, जिस कारण 24000 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई थी जबकि अंबाला शहर में 1लाख क्विंटल गेहू खरीदा गया था। मलिक ने बताया कि इस बार अंबाला छावनी की अनाज मंडी भी अंबाला दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर 33 एकड़ भूमि पर बनाई गई है, जिस कारण इस बार 1 लाख क्विंटल गेहूं खरीद की संभावना बन गई है। उन्होंने बताया कि अंबाला शहर की अनाज मंडी अभी तक ऑनलाइन हो पाई है, लेकिन जीरे की अगली फसल आने तक अंबाला छावनी की यह नई अनाज मंडी भी ऑनलाइन हो जाएगी। मलिक ने बताया कि इसी के साथ इस मंडी में दुकानें बनाने के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं।
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