शाम ढलते ही इंसानों का आना मना... ये भी पढ़ें - इस कुएं का भेद अनोखा, जो भी आया वो...!
शाम ढलने के बाद उस बीच पर
इंसानों का आना जाना वर्जित हो जाता है। चमकती रात में चमकती हैं उन अदृश्य
शक्तियों की मौजूदगी और बसंती शाम में समंदर के खारे जल में कुछ परछाइयां
उभरती चली आती हैं। लोगों का मनाना है की यहां पर प्रेतों का वास है और वो
हर रात को इकठे हो कर अपनी शक्तियों का जश्न मनाते है।
उदयपुर के मेनार गांव में खेली गई बारूद की होली
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित, रास्ते में पुनर्जीवित हुई महिला, अब सकुशल और ICU में है
अजब-गजब: आगरा में कपल ने कूड़े के ढेर के पास शादी की सालगिरह मनाई, हैरान करने वाली है वजह
Daily Horoscope