गांधीनगर। गुजरात सरकार ने बुधवार को कहा कि दक्षिण गुजरात के निचले इलाकों में रहने वाले 50 हजार से अधिक लोगों को चक्रवात निसर्ग के खिलाफ एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) पंकज कुमार ने मीडिया को बताया, "हमने दक्षिण गुजरात के तटीय इलाकों में रहने वाले 50 हजार से अधिक लोगों को स्थानांतरित कर दिया है। वलसाड और नवसारी जिलों में विशेष उपाय किए जा रहे हैं क्योंकि चक्रवात से वहां असर पड़ने की आशंका है। आश्रय गृहों में कोविड -19 को लेकर प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उन्होंने कहा, "हमने यह भी सुनिश्चित किया है कि गंभीर चक्रवात के दौरान इन क्षेत्रों में कोविड -19 अस्पतालों में कोई बिजली कटौती न हो। इन क्षेत्रों में सभी मछुआरों को समुद्र से वापस जाने के लिए कहा गया है। झींगा की खेती और नमक के काम से जुड़े लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है।"
अधिकारी ने कहा, "जिला प्रशासन के साथ मिलकर वापी और सूरत में और आसपास स्थित रासायनिक उद्योगों में उचित सुरक्षा के उपाय किए गए हैं। जिला प्रशासन ने निर्देश जारी किए हैं और उसके मुताबिक वापी में अधिकांश औद्योगिक इकाइयां बुधवार को बंद रहेंगी।"
चक्रवात के बारे में पूवार्नुमानों के बाद, जिला प्रशासन ने सूरत, वलसाड और दक्षिण गुजरात के अन्य शहरों में 236 बड़े होडिर्ंग्स उतार दिए थे।
कुमार ने कहा, "250 से अधिक गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और 250 से अधिक एम्बुलेंस स्टैंड-बाई पर हैं। दक्षिण गुजरात में स्थिति से निपटने के लिए लगभग 170 चिकित्सा आपातकालीन टीमों को तैनात किया गया है।" (आईएएनएस)
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