हालांकि कई अड़चनें भी इस दौरान
आई लेकिन काम रूक रूक कर ही सही चलता रहा और आज इसे प्रधानमंत्री देश को समर्पित
कर दिया है। इसका
निर्माण साल 1987 से शुरू हो गया था।इसमें 65 हजार करोड़ की लागत आई है।क्रंकीट के इस्तेमाल के हिसाब से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बांध है। ये भी पढ़ें - इस गांव में अचानक लग जाती है आग, दहशत में लोग
वैसे आपको ये भी बता दें कि बांध
के 30 गेट के
खुलने के साथ ही मध्य प्रदेश,
महाराष्ट्र और गुजरात
के कई गांवों का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा ।
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