अहमदाबाद। गुजरात में मॉनसून मौसम के शुरुआती 15 दिनों तक हुई भारी बारिश के बाद, राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा है कि उनकी सरकार द्वारा समय पर लिए गए फैसलों से 33,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। जान-माल के नुकसान को नियंत्रण में लाया गया है। पटेल ने गुरुवार को कहा, "वर्तमान में राज्य भर में एनडीआरएफ की 18 टीमें और एसडीआरएफ की 18 प्लाटून सक्रिय हैं। अन्य 8 टीमें रिजर्व में हैं।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बारिश से प्रभावित क्षेत्र का सर्वे कर जानमाल के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
भारी बारिश के कारण लगभग 5,150 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई, जिसमें से 5,110 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है।
इस साल जुलाई के 14 दिनों में हुई औसत वर्षा 2021 में इसी अवधि के दौरान दोगुनी से अधिक दर्ज की गई है।
2021 में औसत वर्षा 155.92 मिमी थी, लेकिन 2022 में यह 397.02 मिमी है जबकि राज्य में औसत वर्षा 850 मिमी है।
राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने गांधीनगर में राज्य में बारिश की स्थिति की समीक्षा बैठक के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण रेस्क्यू टीम की मदद से एक हेलिकॉप्टर द्वारा छह लोगों को बचाया गया। अभी भी लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
राजेंद्र त्रिवेदी ने कहा कि राज्य प्रशासन द्वारा कुल 39,177 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें से कुल 17,394 लोग घर लौट चुके हैं। वहीं 21,243 लोगों ने विभिन्न स्थानों पर शरण ली है। उन्हें प्रशासन द्वारा भोजन समेत अन्य जरूरी सामान दिया जा रहा है। राज्य के आठ जिले अभी भी रेड अलर्ट पर हैं।
--आईएएनएस
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