पणजी। गोवा के गहरे समुद्र में एलईडी लाइट का इस्तेमाल कर रहे मछुआरों का पता लगाने के लिए गश्त वाली नौकाओं की अनुपलब्धता के कारण राज्य के मत्स्य मंत्रालय राज्य के तटीय पुलिस या भारतीय तटरक्षक से संपर्क कर सकते हैं। यह जानकारी फिशरीज मिनिस्टर नीलकंठ हलर्नकर ने बुधवार को दी। उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, एलईडी मछली पकड़ना आम तौर पर 12 समुद्री मील दूर होता है। हमारे पास छापे मारने के लिए केवल एक नाव है, लेकिन नाव इतनी दूर तक नहीं पहुंच सकती है इसलिए दो और नावें खरीदने का प्रस्ताव है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
हलारंकर ने यह भी कहा, "हम तटीय पुलिस या तटरक्षक बल से संपर्क करने पर भी विचार कर रहे हैं ताकि उन्हें छापेमारी करने का अधिकार दिया जा सके। हम एलईडी मछली पकड़ने पर भी प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके बारे में बहुत सारी शिकायतें हैं।"
गोवा में मछुआरे एलईडी रोशनी की मदद से मछली पकड़ने पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे हैं, जो पानी के भीतर अपनी शक्तिशाली चमक की मदद से मछलियों के पूरे झुंड को आकर्षित करती है।
समुद्री वैज्ञानिकों ने यह भी सुझाव दिया है कि इस अभ्यास से अंधाधुंध मछली पकड़ने को बढ़ावा मिला है, जिससे गोवा के समुद्र में मछली का अकाल पड़ जाएगा।
--आईएएनएस
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