पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने सोमवार को कहा कि उनकी बीमारी की वजह से गोवा को 2018 तक प्लास्टिक मुक्त करने के मिशन में देरी हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़े कदम उठाएगी। अमेरिका से अग्नाशय कैंसर का इलाज कराकर लौटे पर्रिकर पणजी में गोवा क्रांति दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मुख्यमंत्री ने अमेरिका से लौटने के बाद अपने पहले सार्वजनिक भाषण में कहा, ‘‘गोवा को 2018 तक प्लास्टिक मुक्त बनाना सुनिश्चित करने के लिए हम प्रभावी कदम उठाएंगे। मेरी बीमारी की वजह से इसमें देरी हुई, लेकिन मैं लोगों को बचाना चाहता हूं कि ये चीजें होनी जरूरी हैं।’’
पर्रिकर ने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा कि शिक्षित लोग भी ज्ञान के अभाव में प्लास्टिक की चीजों से कचरा फैलाते है। उन्होंने गोवा को ज्ञान से समृद्ध समाज बनाने का संकल्प लिया।
पर्रिकर ने कहा, ‘‘शिक्षित लोग मंडोवी नदी में प्लास्टिक और गंदगी फेंकते हैं। जब शिक्षित लोग ऐसा करते हैं, तो इसके पीछे एक कारण होता है। इसका कारण ज्ञान की कमी है।’’ उन्होंने कहा कि हम शिक्षित हैं, लेकिन हमारे पास ज्ञान नहीं है। शिक्षा हमें जानकारी देती है, ज्ञान इससे परे ले जाता है।
--आईएएनएस
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