पणजी। गोवा के 11वें मुख्यमंत्री के तौर पर सोमवार देर रात को शपथ लेने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा नेता और गोवा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद सावंत इससे पहले राज्य के मंत्रिमंडल में कभी जगह नहीं बनाने के बावजूद राज्य के सर्वोच्च राजनीतिक पद पर पहुंच गए हैं। बहुत हद तक सावंत की तरह ही उनके पूर्ववर्ती तथा दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर भी 2000 में मुख्यमंत्री बनने से पहले कभी मंत्री नहीं बने थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिला में स्थित गंगा आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज से आयुर्वेदिक मेडिसिन में स्नातक की डिग्री लेने वाले सावंत (45) गोवा में वैकल्पिक चिकित्सा के डॉक्टर के तौर पर काम चुके हैं। उन्होंने अपनी समाज कल्याण में परास्नातक (एमएसडब्ल्यू) की पढ़ाई पुणे की एक डीम्ड यूनिवर्सिटी तिलक महाराष्ट्र विद्यापीठ से पूरी की।
सावंत संकेलिम विधानसभा सीट से दो बार (2012 और 2017) विधायक चुने जा चुके हैं। जाति से मराठा सावंत ने 2017 से विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर भी काम किया। गोवा भाजपा के प्रवक्ता दत्ताप्रसाद नाइक ने आईएएनएस से बात करते हुए नए मुख्मयंत्री को विनम्र तथा जमीन से जुड़ा इंसान बताया जो युवाओं की आकांक्षाओं को समझता है।
सावंत जब भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष थे तब नाइक उनके नेतृत्व में काम कर चुके हैं। नाइक ने कहा, मुझे उम्मीद है कि लोग पर्रिकर की शख्सियत से उनकी तुलना नहीं करेंगे। लोगों को उन्हें अपनी योग्यता साबित करने के लिए समय देना चाहिए। सावंत की पत्नी सुलक्षणा वर्तमान में भाजपा की महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हैं और उनकी बेटी कक्षा छह की छात्रा है।
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