पणजी। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिकायत की है कि पाकिस्तान के एक बंदरगाह से नैफ्था लदा मानवरहित टैंकर जो बीते महीने पणजी में फंस गया, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत टैंकर के तटवर्ती राज्य पहुंचने की घटना की जांच कराने को लेकर चुप्पी साधे हुए हैं। राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने मोदी को लिखे पत्र में कहा, "गोवा के मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि उक्त पोत अत्यधिक ज्वलनशील नैफ्था से भरा हुआ है, जो पाकिस्तान के एक बंदरगाह से चला और भारत पहुंचा। यह साफ नहीं है कि कैसे व क्यों टैंकर को मोरमुगाओ पोर्ट ट्रस्ट पर प्रवेश की इजाजत दी गई।" ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
नू शि नलिनि 26 अक्टूबर को राजभवन के नजदीक पणजी के पास चट्टानी क्षेत्र में फंस गया। राज भवन, राज्यपाल का आधिकारिक निवास है। फंसने के बाद पोत जाने की स्थिति में नहीं आ सका।
मल्टी एजेंसी ऑपरेशन के जरिए नैफ्था व करीब 50 टन ऑयल व 19 टन डीजल को दूसरे वेसल में स्थानांतरित किया गया। इन एजेंसियों में नौसेना, भारतीय कोस्ट गार्ड, महानिदेशक (शिपिंग), मोरमुगाओ पोर्ट ट्रस्ट (एमपीटी) सहित व दूसरी राज्य की एजेंसियां शामिल थीं।
हालांकि, जॉइंट ऑपरेशन तूफानी मौसम व एक छोटी दुर्घटना के कारण असफल रहा, जिसके परिणामस्वरूप वेसल तटवर्ती इलाके लिए खतरा बना हुआ था।
चोडनकर ने कहा, "गोवा के मुख्यमंत्री उक्त जहाज द्वारा लाए गए कार्गो के प्राप्तकर्ता व प्रेषक के बारे में स्पष्ट करने में विफल रहे हैं। मुख्यमंत्री एमपीटी पर इस तरह की जहाज को लाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने को लेकर पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए हैं।"
--आईएएनएस
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