पणजी। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा की भाजपा सरकार पर संकट में घिरती नजर आ रही है। भाजपा के सामने अब पर्रिकर की जगह नए नेता की तलाश करने में काफी मशक्कत करनी पडेगी, जो सबको साथ लेकर चल सके। दूसरी ओर, कांग्रेस पहले ही राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश कर चुकी है। इसको ध्यान में रखकर रविवार रात को ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गोवा पहुंचकर पार्टी नेताओं के साथ बैठक ले रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गोवा के डिप्टी स्पीकर और भाजपा विधायक माइकल लोबो ने बताया कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के नेता सुदीन धवलीकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उन्होंने (सुदीन) कहा कि भाजपा का कई बार समर्थन किया। एमजीपी अध्यक्ष ने अपनी मांग रखी है कि इसके लिए भाजपा तैयार नहीं है।
गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई ने कहा कि अगले नेता का निर्णय गठबंधन के सभी सहयोगियों के मिलने के बाद होगा। उन्होंने कहा कि किसी गैर-विधायक को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह मिली है, हम उस पर भी विचार कर रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या गठबंधन के सभी पुराने सहयोगी भाजपा के साथ हैं, सरदेसाई ने कहा कि किसी पर भी अति-विश्वास नहीं करना चाहिए।
इधर, कांग्रेस ने गोवा के राज्यपाल मृदुला सिन्हा को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। प्रदेश में किसी भी दल के पास पूर्ण बहुमत नहीं है। पणजी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता होगी।
रविवार रात नितिन गडकरी के साथ महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के नेता सुदिन धवलीकर ने भी बैठक की। धवलीकर ने कहा कि वो अपनी पार्टी के साथ बैठक करने के बाद बताएंगे कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा?
गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर का रविवार को 63 वर्ष की आयु में निधन हो गया, वह लंबे वक्त से पैन्क्रियाटिक कैंसर से ग्रसित थे। वह गोवा में एक गठबंधन सरकार है, जिसमें भाजपा, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीय विधायक शामिल हैं। पर्रिकर के निधन के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल बैठकें मौजूदा हालात पर मंथन करने में जुटे हुए थे।
पणजी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता होगी। यह गोवा में चौथा उपचुनाव होगा। यहां 23 अप्रैल को शिरोडा, मांडरेम और मापुसा विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होने वाले हैं। इन सीटों के लिए उपचुनाव राज्य में होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ होंगे।
आपको बताते जाए कि कांग्रेस वर्तमान में 14 विधायकों के साथ राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है जबकि 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में बीजेपी के पास 13 विधायक हैं। गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीयों के 3-3 विधायक हैं और एनसीपी का एक विधायक है। इस साल के प्रारंभ में भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा और रविवार को पर्रिकर के निधन तथा पिछले साल कांग्रेस के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे के इस्तीफे के कारण सदन का संख्याबल 36 हो गया था। पर्रिकर के निधन के बाद गठबंधन सहयोगी दलों ने आपात बैठकें बुलाई गई हैं। विजय सरदेसाई के नेतृत्व वाले गोवा फॉरवर्ड पार्टी के तीन विधायक और एमजीपी के तीन विधायक अलग-अलग बैठ कर रहे हैं।
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