मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीसीडी पर 7 हजार करोड़ का लोन है। पुलिस को अंदेशा है कि इस कारण सिद्धार्थ ने आत्महत्या कर ली। मंगलुरु पुलिस कमिश्नर संदीप पाटिल ने बताया कि सिद्धार्थ बेंगलुरु से यह कहकर निकले थे कि वे सकलेशपुर जा रहे है।
उन्होंने रास्ते में ड्राईवर से मंगलुरु जाने के लिए कहा। नेत्रावती नदी के पुल पर पहुंचकर वे कार से नीचे उतरे और ड्राईवर को जाने को कहा। उनका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था। 27 जुलाई को लिखे गए इस खत में सिद्धार्थ ने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर और सीसीडी परिवार के समक्ष परेशानियों का उल्लेख किया है। इसमें कंपनी को हो रहे नुकसान और भारी कर्ज के बारे में लिखा गया था। इसके अलावा आयकर विभाग के एक पूर्व डीजी के दबाव की भी चर्चा है।