गृहमंत्री शाह ने कहा कि एक निर्णायक सरकार देने का काम प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। 2013 का दृश्य मुझे याद है, भ्रष्टाचार चरम
पर था, सीमाओं की सुरक्षा का कोई ठौर ठिकाना न था, आंतरिक सुरक्षा चरमाराई
थी, महिलाओं की सुरक्षा ताक पर थी, प्रधानमंत्री को कोई प्रधानमंत्री मानता
ही नहीं था, तब लोगों को लगता था कि देश किस दिशा में बढ़ रहा है। हमने
कभी भी निर्णय लोगों को क्या अच्छा लगेगा ये सोचकर नहीं लिया, बल्कि लोगों
के लिए क्या अच्छा है ये सोचकर हमने निर्णय लिए हैं। यही देश के परिवर्तन
का आधार है।
अमित शाह ने कहा कि जब भी देश में सरकारें बनी तो 4 बड़े विवादों में घिरी रहीं। सरकार गरीबों की है या अमीरों की, किसानों के लिए काम करने वाली है या उद्योगों के लिए, समाजवाद के सिद्धांत पर आगे बढ़ने वाली है या रिफॉर्म के आधार पर मोदी जी ने इनको समाप्त कर समान विकास किया है। शाह ने आगे कहा कि जब हम एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे फैसले लेते हैं तब कई सारी चीजें सामने होती हैं कि युद्ध होगा तब क्या होगा, गड़बड़ हो जाएगा तो क्या होगा। तब उस समय भी दृढ़ता के साथ देश की सुरक्षा के साथ एक इंच भी समझौता हम नहीं करेंगे ये दृढ़ निश्चय के साथ मोदी सरकार है।