नई दिल्ली। दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में रविवार को खेले गए खो-खो विश्व कप 2025 के फ़ाइनल मुकाबले ने भारतीय खेल प्रेमियों के लिए यादगार पल रच दिया। भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल को 54-36 से हराकर न केवल फ़ाइनल मुकाबला जीता, बल्कि खो-खो के इतिहास में अपना नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज करा लिया।
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इससे पहले, भारतीय महिला टीम ने भी नेपाल को 78-40 के बड़े अंतर से हराते हुए पहला खो-खो वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। दोनों ही टीमों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और एक भी मैच नहीं हारीं।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक जीत पर भारतीय टीमों को बधाई देते हुए एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "पहली बार खो खो विश्व कप जीतने पर भारतीय महिला टीम को बधाई। इस जीत ने भारत के सबसे पुराने पारंपरिक खेलों में से एक को और अधिक सुर्खियों में ला दिया है, जिससे पूरे देश में अनगिनत युवा एथलीटों को प्रेरणा मिली है।"
उन्होंने पुरुष टीम के प्रदर्शन की भी सराहना करते हुए कहा कि यह जीत न केवल भारत की खेल परंपरा का सम्मान है, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा भी है।
खो-खो की नई शुरुआत
खो-खो, जो भारत का एक पारंपरिक खेल है, इस विश्व कप के माध्यम से वैश्विक मंच पर अपनी छाप छोड़ रहा है। दोनों टीमों की इस शानदार सफलता ने इस खेल को न केवल देश में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई पहचान दिलाई है।
अब, यह देखना रोमांचक होगा कि इस ऐतिहासिक जीत के बाद भारत के पारंपरिक खेलों को लेकर युवा वर्ग में कितना जोश और जागरूकता बढ़ती है।
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