नई दिल्ली। विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में आई तेजी के साथ खाने-पीने की वस्तुओं और ईंधन महंगा होने के कारण देश का थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) जून में बढक़र 5.77 फीसदी रहा, जोकि इसके पिछले महीने 4.43 फीसदी था। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने डब्ल्यूपीआई की दर साल-दर-साल आधार पर भी साल 2017 के जून की तुलना में 0.90 फीसदी अधिक रही। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मंत्रालय ने कहा, ‘‘मासिक डब्ल्यूपीआई पर आधारित मुद्रास्फीति की सालाना दर इस साल जून में 5.77 फीसदी (अनंतिम) रही, जबकि पिछले महीने यह 4.43 फीसदी थी।’’ बयान में आगे कहा गया है, ‘‘चालू वित्त वर्ष में अब तक बिल्ट अप मुद्रास्फीति दर 2.49 फीसदी रही है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 0.44 फीसदी की गिरावट रही थी।’’
प्राथमिक वस्तुओं में खाद्य वस्तुओं का सूचकांक में भार 15.26 फीसदी है, जो मई में 1.60 फीसदी बढ़ी थी, जबकि पिछले महीने बढक़र 1.80 फीसदी हो गई थी। ईंधन और बिजली की लागत का सूचकांक में 13.15 फीसदी भार है। इसमें तेज वृद्धि दर्ज की गई है, जोकि समीक्षाधीन माह में 16.18 फीसदी रही, जबकि मई में यह 11.22 फीसदी थी।
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