नई दिल्ली। नेहरू-इंदिरा की विरासत संभाल रहे गांधी परिवार से विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) का घेरा हटते ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लोधी एस्टेट स्थित आवास पर पांच लोग एक तस्वीर खींचने के बहाने उनकी देहरी तक पहुंच गए। यह वाकया महज पांच दिन पहले का है। प्रियंका के पति रॉबर्ट वाड्रा ने वाकये की पुष्टि आईएएनएस के साथ बातचीत में की। यह पूछे जाने पर कि क्या वे पार्टी के लोग थे या कोई और, उन्होंने कहा, वे पार्टी के लोग नहीं थे ..यह गंभीर मामला है, सुरक्षा नियमों के पालन में पूरी तरह कोताही की गई। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
26 नवंबर को दोपहर बाद लगभग दो बजे एक काली स्कॉर्पियो आकर प्रियंका गांधी के आवास पर आकर रुकी। उस समय उनके दफ्तर में बैठक चल रही थी। उनका एक सहयोगी बाहर आकर स्कॉर्पियो से उतरे लोगों से पूछा कि वे क्या चाहते हैं। कार से उतरे लोगों में दो पुरुष, तीन महिलाएं और एक बच्चा था।
उन्होंने कहा कि वे प्रियंका गांधी के साथ एक तस्वीर खिंचवाना चाहते हैं। प्रियंका के दफ्तर के कर्मियों ने जब वहां तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से पूछा कि ये लोग अंदर कैसे आ गए, तो जवाब मिला कि आवास की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस की है। इस पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया।
Nirbhaya Case : तिहाड़ में फांसी-घर तैयार, मुजरिमों पर पाबंदियां बढ़ी! पवन के जेल पहुंचते ही चारों की बातचीत पर बैन
लोकसभा के शीतकालीन सत्र में 116 फीसदी कामकाज, सदन की कार्यवाही ने तोड़े कई रिकॉर्ड
Delhi : सर्वे में आए चौकानें वाले नतीजे, दिल्ली में अभी चुनाव हुए तो भाजपा को मिलेंगी इतनी सीटें
Daily Horoscope