नई दिल्ली। एनडीए उम्मीदवार वेंकैया नायडू देश को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में चुन लिया गया है। उपराष्ट्रपति चुनाव में वेंकैया नायडू की टक्कर विपक्ष से पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी से थी। इस दौरान कुल 771 वोट पड़े थे जिनमें से नायडू को 516 वोट, तो वहीं गोपालकृष्ण गांधी को 244 वोट मिले। बता दें कि जिन 14 सांसदों ने इस चुनाव में वोट नहीं डाला, उनमें कांग्रेस और बीजेपी के 2-2 तथा टीएमसी के 4 सांसद शामिल हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
शनिवार को हुए मतदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, और विपक्षी नेताओं ने मतदान किया, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल थे। सहायक निर्वाचन अधिकारी मुकुल पांडेय ने संसद भवन में संवाददाताओं से कहा कि शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई वोटिंग शाम को 5 बजे खत्म हो गई। उपराष्ट्रपति चुनाव के दौरान मतदान 98.21 प्रतिशत रहा। कुल 785 में से 771 सांसदों ने वोट डाला। अस्पताल में भर्ती होने की वजह से बीजेपी सांसद विजय गोयल और सांवर लाल जाट वोट नहीं डाल पाए। वोटों की गिनती शाम 6 बजे से शुरू हो गई जिनके परिणाम शाम 7 बजे घोषित कर दिए गए।
उपराष्ट्रपति पद के लिए सत्तारूढ़ राजग के उम्मीदवार एम. वेंकैया नायडू का विपक्ष के उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी से मुकाबला था। लोकसभा में राजग के स्पष्ट बहुमत को देखते हुए नायडू की उम्मीदवारी को पहले से ही मजबूत माना जा रहा था। नायडू मतदान में हिस्सा लेने के लिए सुबह 9.30 बजे घर से निकले और करीब 10.0 बजे उन्होंने मतदान किया।
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