नई दिल्ली । यूक्रेन की सेनाएं
राजधानी कीव से 60 मील उत्तर में चेरनोबिल अपवर्जन क्षेत्र पर नियंत्रण के
लिए रूसी सेना से लड़ रही हैं, इस आशंका के बीच कि लड़ाई परमाणु कचरा रखने
वाली भंडारण सुविधाओं को नुकसान पहुंचा सकती है, जिससे समूचे यूरोप में
विकिरण के बादल छा सकते हैं। यह जानकारी डेली मेल ने दी।
यूक्रेन के आंतरिक मामलों के मंत्रालय के एक सलाहकार एंटोन गेराशचेंको ने
कहा कि रूसी सेना क्षेत्र में प्रवेश कर गई और सीमा रक्षक इकाइयों के साथ
'जोरदार' लड़ रही थी। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
रिपोर्ट में कहा गया है, "अगर भंडारण सुविधाएं
नष्ट हो जाती हैं, तो रेडियोधर्मी बादल यूक्रेन, बेलारूस और यूरोपीय संघ
को कवर कर सकता है।"
इस बीच, तुर्की ने बताया कि उसका एक जहाज ओडेसा
के तट पर एक 'बम' की चपेट में आ गया है, जहां लड़ाई जारी है। तुर्की नाटो
का सदस्य है, इस आशंका को रेखांकित करता है कि यूक्रेन में युद्ध जल्दी से
अन्य देशों में चूस सकता है और यूरोप में एक चौतरफा संघर्ष को जन्म दे सकता
है।
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, कीव के सैनिकों ने लगभग 15 मील दूर एक प्रमुख हवाई क्षेत्र पर नियंत्रण खो दिया।
रूसी
सेना ने इससे पहले दिन में लगभग दो दर्जन हमलावर हेलीकॉप्टरों से उस पर
हमला किया था। माना जाता है कि उनमें से चार को मार गिराया गया।
--आईएएनएस
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