नई दिल्ली| दिल्ली पुलिस के दो पुलिसकर्मियों ने मस्कट और कतर से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) हवाईअड्डे पर पहुंचे दो कारोबारियों से कथित तौर पर 50 लाख रुपये का सोना वसूल लिया, यानी डरा-धमकाकर सोना ले लिया । ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
मामला शनिवार का सामने आया जबकि रंगदारी का यह मामला 20 दिसंबर को हुआ था। जानकारी के मुताबिक दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
नाम न बताने की शर्त पर एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि दोनों आरोपी पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल रैंक के हैं। सूत्रों ने कहा कि यह घटना 20 दिसंबर को हुई थी। दो कारोबारी दो अलग-अलग उड़ानों से आईजीआई हवाईअड्डे पहुंचे, एक कतर से और दूसरा मस्कट से, उनके पास 400 और 600 ग्राम सोना था।
सूत्र ने कहा- हेड कांस्टेबल सोने के बारे में जानते थे। वह उन्हें तलाशी के बहाने एक कोने में ले गए। उन्होंने सोने के बारे में पूछा और व्यवसायियों को उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की धमकी दी। आरोपी पुलिसकर्मियों ने बाद में व्यवसायियों से कहा कि वह मामले को शांत कर देंगे, अगर वह सोना सौंप दें और चुपचाप चले जाएं, तो वह आजाद हैं।
पीड़ित बहुत डरे हुए थे और उन्होंने सारा सोना दो पुलिसकर्मियों को सौंप दिया। एक पीड़ित हैदराबाद का था और दूसरा नागौर (महाराष्ट्र) का था। शनिवार (24 दिसंबर) को वह अपने साथियों के साथ मामले की रिपोर्ट करने आईजीआई थाने पहुंचे। पुलिस ने पाया कि सोना वास्तव में पीड़ितों का था और इसे हेड कांस्टेबलों द्वारा जबरदस्ती ले लिया गया था। इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 384 (जबरन वसूली) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई।
अधिकारी ने कहा, हमने उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी है। इस बीच, सीमा शुल्क के एक सूत्र ने कहा कि सोने पर स्टांप शुल्क का भुगतान नहीं किया गया था और सीमा शुल्क दोनों कारोबारियों से जुर्माने की मांग करेगा। मामले में आगे की जांच जारी है।
--आईएएनएस
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