नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए देश के कई हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बाधित करने के बावजूद ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है। माना जा रहा है कि ऐसा प्रदर्शनकारियों की ओर से संदेशों के आदान-प्रदान के लिए फायरचैट नामक ऐप के इस्तेमाल के चलते हुआ, जो बगैर इंटरनेट के चलता है। इन आशंकाओं को बल तब और मिला, जब हालिया शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच गूगल प्ले स्टोर पर फायर चैट ऐप ट्रेडिंग में भी रहा। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
गूगल प्ले स्टोर से अब तक दस लाख बार फायर चैट को डाउनलोड किया जा चुका है। यह ऐप बिना इंटरनेट के काम करता है। ब्लूटूथ और वाईफाई के जरिए काम करता है।
गुरुवार को हिंसक प्रदर्शनों के दौरान दिल्ली, उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में इंटरनेट सेवाएं बाधित कीं गईं थीं, बावजूद इसके कई स्थानों पर भीड़ को एकत्र होने से नहीं रोका जा सका। फायर चैट से बिना मोबाइल फोन नेटवर्क के भी आप अपने आसपास के फायरचैट यूजर से बातचीत कर सकते हैं।
--आईएएनएस
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