भारतीय प्राधिकरणों द्वारा लगाए गए फर्जीवाड़े और धन शोधन के आरोपों में
ब्रिटेन में प्रत्यर्पण के मुकदमे का सामना कर रहे माल्या सार्वजनिक
क्षेत्र के 13 बैंकों द्वारा दाखिल मुकदमा हार गए हैं। यूबी ग्रुप के पूर्व
चेयरमैन माल्या पर बैंकों के 9,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। ये भी पढ़ें - अनाथ और गरीब बच्चों के मन की मुराद पूरी कर रहा है साई सौभाग्य मंदिर
ब्रिटिश
अदालतों के फैसले में भारतीय जेल की दशा खराब बताई गई है और कहा गया है कि
मामले पर निर्णय करने से पहले वह जेलों की दशा देखना चाहेगी। लिहाजा, इसके
चलते माल्या का प्रत्यर्पण कठिन हो गया है। अदालतों ने भारतीय जेलों में
हिंसा की घटनाओं पर चिंता जताई है। साथ ही कहा है कि भारतीय जेल अतिसंकुल
हैं और स्वास्थ्य की दृष्टि से जेल का परिवेश खराब है।
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