नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के वकीलों ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जातिगत टिप्पणी को राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया कि भारतीय राजनीति में जातिवाद एक कैंसर की तरह है। यह रोग राजनीतिक व्यवस्था को इस कदर जकड़ चुका है कि विकास को प्रोत्साहित करने वाले कारक ढहने पर बाध्य हो चुके हैं।
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यह पत्र सुप्रीम कोर्ट के वकील सीएस पांडा और शिव कुमार त्रिपाठी ने की ओर से भेजा गया है।
बता दें कि बीते दिनों लोकसभा में राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग की थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया था कि अगर हम देश में जातिगत तरीके लोगों की आर्थिक स्थिति का पता लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए हमें जातिगत जनगणना करानी होगी।
कांग्रेस नेता के इस बयान पर आपत्ति जताते हुए अनुराग ठाकुर ने कह दिया था कि जिन लोगों को अपनी जाति का पता नहीं, वे लोग जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं।
बीजेपी नेता के इस बयान के बाद सदन में हंगामा हो गया था। कांग्रेस ने अनुराग ठाकुर से माफी की मांग की, लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि मुझे उनकी माफी नहीं चाहिए। मुझे उनकी माफी से कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन अनुराग ठाकुर ने अपने इस बयान के जरिए साफ कर दिया है कि उनकी और उनकी पार्टी के नेताओं की मानसिकता कितनी गिर चुकी है।
अनुराग ठाकुर के इस बयान के बाद कांग्रेस कई दिनों तक विरोध प्रदर्शन करती रही। उधर, बीजेपी ने अनुराग का बचाव करते हुए कहा कि जाति के नाम पर राजनीति हम नहीं, बल्कि कांग्रेस करती है, जो उचित नहीं है।
--आईएएनएस
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