नई दिल्ली। एमसीडी चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बड़ा झटका लगा है। शुंगलू कमेटी ने केजरीवाल सरकार के कामकाज और उसके कई फैसलों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है। शुंगलू कमेटी ने सरकार के कुल 440 फैसलों से जुड़ी फाइलों को खंगाला है। इनमें से 36 मामलों में फैसले पेंडिंग होने की वजह से इनकी फाइलें सरकार को लौटा दी गई थीं। पूर्व कंट्रोलर और ऑडिटर जनरल वीके शुंगलू की अगुआई वाली कमेटी ने केजरीवाल सरकार के फैसलों से जुड़ी 404 फाइलों की जांच कर इनमें कॉन्स्टिट्यूशनल प्रोविजंस के अलावा एडमिनिस्ट्रेटिव प्रॉसेस से जुड़े नियमों की अनदेखी किए जाने का खुलासा किया है।
रिपोर्ट में हेल्थ मिनिस्टर सतेंद्र जैन की बेटी के अप्वाइंटमेंट को भी गलत ठहराया गया है। शुंगलू कमेटी ने चीफ सेके्रटरी, लॉ एंड फाइनेंस सेक्रेटरी समेत दूसरे डिपार्टमेंट के सेक्रेटरीज को तलब कर सरकार के इन फैसलों को लेकर ऑफिशियल्स के रोल की भी जांच की है।
कमेटी ने केजरीवाल के इन फैसलों पर उठाए सवाल
-कमेटी ने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक के सलाहकार पद पर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की बेटी की नियुक्ति को गलत बताया है।
-दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दफ्तर के लिए आवंटित बंगले के फैसले को भी अनुचित बताया है।
-स्वाति मालीवाल को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष को घर मुहैया कराने पर भी सवाल उठाए गए हैं।
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