मोदी अपने आधे से ज्यादा भाषण में जब भावनात्मक मुद्दों की जगह
आंकड़ों के साथ काम गिनाते हैं तो मीडिया गैलरी में मौजूद कुछ टीवी चैनल के
रिपोर्टर उंबासी लेते नजर आते हैं। एक रिपोर्टर अपने बगल के साथी से कहते
सुनाई देते है, 'मोदी जी कुछ मसालेदार नहीं बोलेंगे क्या..।' एक दूसरे
रिपोर्टर ने कहा, 'हम तो सोच कर आए थे कि कि मोदी जी शाहीन बाग पर कुछ
बोलेंगे मगर अब तक कुछ मिला नहीं। इससे अच्छा तो दिल्ली के रामलीला मैदान
वाला भाषण था। मीडियाकर्मियों के बीच यह चर्चा चल ही रही थी कि पीएम मोदी
ने भावनात्मक मुद्दों को टच करना शुरू कर दिया। शुरुआत उन्होंने सीलमपुर से
की तो जामिया से होते हुए शाहीन बाग तक पहुंच गए।
मोदी ने कहा कि
सीलमपुर हो, जामिया हो या फिर शाहीन बाग, बीते कई दिनों से सीएए को लेकर
प्रदर्शन हुए, क्या ये प्रदर्शन सिर्फ एक संयोग हैं। नहीं, ये एक प्रयोग
है। इसके पीछे राजनीति का ऐसा डिजाइन है, जो राष्ट्र के सौहार्द को खंडित
करने वाला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बताने पर जोर दिया कि 'शाहीन
बाग का प्रदर्शन महज एक कानून का विरोध भर नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक
साजिश है।' वह तर्क देते हैं कि 'अगर यह प्रदर्शन कानून का विरोध होता तो
सरकार के तमाम आश्वासनों के बाद कब का खत्म हो चुका होता।' शाहीन बाग पर
बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने इसके पीछे आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस
का हाथ होने का आरोप लगाते हुए कहा कि 'जनता को भड़काने की कोशिश हो रही
है।'
लोकसभा चुनाव 2024: 1बजे तक बिहार में 32.41%,J&K में 43.11% मतदान दर्ज,सबसे अधिक त्रिपुरा में 53.04% मतदान
लोकसभा चुनाव 2024 : जिन 102 सीटों पर हो रही है वोटिंग, जाने कैसा रहा था 2019 में उनका नतीजा
लोकसभा चुनाव 2024 : गांधीनगर से नामांकन करने के बाद बोले अमित शाह, 'मैं बूथ कार्यकर्ता से संसद तक पहुंचा'
Daily Horoscope