कार्वी कॉमट्रेड लिमिटेड के करेंसी विशेषज्ञ सितेश ने कहा कि अमेािका-चीन
के बीच व्यापारिक मसले को लेकर वार्ता पर अनिश्चितता भी एक वजह है जिसके
कारण देसी करेंसी पर दबाव है जबकि डॉलर मजबूत हुआ।
केडिया एडवायजरी के डायरेक्टर अजय केडिया ने भी कहा कि मूडीज की रिपोर्ट से रुपये में कमजोरी बढ़ी है।
उन्होंने
कहा कि अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक मसले को लेकर टकराव और ब्रेक्जिट का
मसला अभी तक बना हुआ है। इसके अलावा आनेवाले दिनों में ओपेक सदस्यों द्वारा
कच्चे तेल की आपूर्ति में कटौती को लेकर फैसला लिया जा सकता है, जिससे
रुपये पर और दबाव आ सकता है। ओपेक की अगली बैठक छह दिसंबर को है।
(आईएएनएस)
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