नई दिल्ली। लोकसभा और राज्यसभा से पास हुए नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) के मसले पर गुरुवार को पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आधिकारिक बयान जारी किया है। आरएसएस ने इसे सरकार का साहसिक कदम बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में सर संघचालक मोहन भागवत के बाद दूसरे नंबर के अधिकारी सरकार्यवाह सुरेश भैय्याजी जोशी ने अपने बयान में कहा कि नागरिकता संशोधन कानून का प्रस्ताव लोकसभा और राज्यसभा में रखा गया और वह बहुमत से पारित हुआ। इस पहल के लिए, इस साहसिक कदम के लिए, हम केंद्र सरकार का और खास तौर पर प्रधानमंत्री और गृहमंत्रीजी का हृदय से अभिनंदन करते हैं, उनको धन्यवाद देते हैं।
उन्होंने आगे कहा, जब देश का विभाजन हुआ, तब धार्मिक आधार पर ही विभाजन की मांग हुई थी। जबकि भारत की मानसिकता में इस तरह के धार्मिक राज्य की कल्पना नहीं है। लेकिन इसी मुद्दे पर देश का विभाजन हुआ और उस समय के देश के नेतृत्व ने इसे स्वीकार किया।
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