नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक ने मुद्रा लोन में लगातार बढ़ रहे एनपीए को लेकर सरकार को चेता दिया है। मोदी सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना देश में छोटे कारोबारियों की मदद के लिए प्रारंभ की गई थी। वित्त मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि आरबीआई ने मंत्रालय को चेतावनी देते हुए कहा कि मुद्रा लोन एनपीए का अगला बड़ा कारण बन जाएगा, जिसने बैंकिंग सिस्टम को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
रिजर्व बैंक ने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बैड लोन्स 11,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गए हैं। 2017-2018 में आई प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2018 में इस स्कीम के तहत कुल 2.46 ट्रिलियन रुपए खर्च हुए। स्कीम के तहत दिए गए कुल कर्ज में 40 प्रतिशत अदायगी महिला उद्यमियों को, जबकि 33 प्रतिशत सोशल कैटिगरी में की गई।
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