नई दिल्ली । समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने मंगलवार को सदन में इंस्टाग्राम पर रील्स बनाकर समाज में न्यूडिटी फैलाने वालों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के इस मंच ने समाज को असभ्य बनाकर रख दिया है, जिसका शिकार आज की तारीख में बड़ी संख्या में हमारे युवा हो रहे हैं।
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उन्होंने कहा, इतना ही नहीं, आए दिन कई बड़े हादसे भी सोशल मीडिया की वजह से ही हो रहे हैं। ऐसे में मौजूदा सरकार के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वो इस पर अंकुश लगाने की दिशा में कड़े कदम उठाए। अगर समय रहते इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया, तो आगे स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव राज्यसभा में बोल रहे थे।
सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा, “हमारे समय में स्कूलों में बच्चों को अंग्रेजी छठी कक्षा में पढ़ाई जाती थी और जब बच्चा थोड़ी बहुत अंग्रेजी सीख लेता था, तो शिक्षक उसे कुछ वाक्य रटवाया करते थे कि वेल्थ इज लॉस्ट नथिंग इस लॉस्ट, हेल्थ इज लॉस्ट समथिंग इज लॉस्ट एंड कैरेक्टर इज लॉस्ट एवरीथिंग इज लॉस्ट। मुझे यह कहते हुए बहुत तकलीफ हो रही है कि हमारे बीच कुछ ऐसे चैनल्स हैं, जो लगातार हमारे समाज में अश्लीलता और हिंसा परोस रहे हैं। एक ऐसा ही मंच है, जिसका नाम इंस्टाग्राम रील्स है। देश की युवा पीढ़ी वर्तमान में तीन घंटा इस मंच पर बर्बाद कर रहे हैं। बहुत ही अश्लील किस्म की सामग्रियों को देखने के लिए हमारे देश की युवा पीढ़ी अपना कीमती समय बर्बाद कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “इससे समाज में बहुत सारी विकृतियां पैदा हो रही हैं। आए दिन हम अखबारों में पढ़ते हैं कि इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई, फिर शादी हुई। इसके बाद लड़के ने लड़की का मर्डर कर दिया। कहीं लड़की लड़के का सारा सामान चुरा कर चली गई। इस तरह की घटनाएं रोज होती हैं। हमारे समाज में ऐसा होता हुआ आया है कि हम पूरे परिवार के साथ एकत्रित होते हुए आए हैं, लेकिन अब इस सोशल मीडिया की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है। अब तो सभी फोन में उलझे रहते है। ऐसे में अब संबंधों में कमी आने लगी है। हमें ऐसी सूचना मिलती रहती है कि बेटे ने बाप को मार दिया, ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि अब प्रेम खत्म हो रहा है। इसके अलावा, सोशल मीडिया के इस मंच की वजह से लोग परिवार में एक-दूसरे से संवाद नहीं कर पा रहे हैं, नहीं तो पहले लोग खुलकर परिवार में बातचीत करते थे। इसकी वजह से युवाओं के बिगड़ने की संभावना कम हुआ करती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। इसी के वजह से ऐसी नौबत आ चुकी है।”
--आईएएनएस
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