इस प्रणाली में एक वायरलेस (3जी, 4जी और हाई स्पीड मोबाइल) के माध्यम
से जानकारी भेजने की परिकल्पना की गई है और इन जानकारियों के आधार पर
कृत्रिम बुद्धि(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से बड़ी जानकारियों के
भविष्यसूचक और निर्देशात्मक विश्लेषण के लिए आंकड़ों का उपयोग किया जाएगा। ये भी पढ़ें - परिवार में सारे अंधे,एक शख्स लाता है रोटी
अधिकारी
ने कहा, यह किसी भी प्रकार की गड़बड़ी का पहले ही अनुमान लगा लेगा। रेलवे
ने फैसला किया है कि इसका परीक्षण पश्चिम रेलवे और दक्षिण पश्चिम रेलवे के
दो हिस्सों- अहमदाबाद-वड़ोदरा और बेंगलुरू-मैसूर में किया जाएगा।
प्रतिक्रिया के आधार पर, प्रणाली को धीरे-धीरे अन्य खंडों तक बढ़ाया जाएगा।
कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी, मालगाड़ी में घुसी, हावड़ा एसएफ एक्सप्रेस से टकराई - रेलवे
मोदी सरकार ने भारतीय रेलवे को बर्बाद कर दिया है - लालू प्रसाद
भाजपा कर्नाटक में पार्टी कार्यकर्ताओं की 'सुरक्षा' के लिए हेल्पलाइन शुरू करेगी
Daily Horoscope