नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं और तीन बाकी हैं। इस बीच लगातार उठ रहे मुद्दों से सियासी पारा चढ़ा हुआ है। ताजा घटनाक्रम में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर विवाद गहरा गया है। गृह मंत्रालय (एमएचए) ने राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की शिकायत पर राहुल को मंगलवार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इसके बाद जहां भाजपा ने राहुल को आड़े हाथों लिया, वहीं उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव ने उनका बचाव किया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राजधानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि बैकऑप्स लिमिटेड नाम की कंपनी 2003 में इंग्लैंड में रजिस्टर्ड कराई गई। राहुल इसके डायरेक्टर और सेक्रेटरी थे। कंपनी के दस्तावेजों के आधार पर गृह मंत्रालय से शिकायत की गई है, जिन्हें राहुल ने सत्यापित किया था। वर्ष 2003 में यह कंपनी यूके में रजिस्टर्ड हुई और फिर 2009 में बंद हो गई।
10 अक्टूबर 2005 को कंपनी के वार्षिक रिटर्न में बताया गया कि उसके 65 फीसदी के शेयर होल्डर राहुल हैं। इसी दस्तावेज में राहुल ने बताया है कि वे ब्रिटिश नागरिक हैं। जब यह कंपनी बंद हुई, तो उन दस्तावेजों में भी राहुल ने नागरिकता ब्रिटिश बताई। राहुल और कन्फ्यूजन पर्यायवाची हैं। राहुल के पदचिह्न हिममानव की तरह हैं। यह पद चिह्न कहां जा रहे हैं। पात्रा ने पूछा कि राहुल लंदन वाले हैं या लुटियंस वाले यह साफ करें।
बिल गेट्स ने लिया मोदी का इंटरव्यू: PM बोले-भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में डीपफेक एक बड़ी चिंता
'बहुत सकून मिला है', अंसारी की मौत के बाद पीड़िता का बयान
पांच डॉक्टरों का पैनल करेगा मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम, शाम को सुपुर्द-ए-खाक किया जा सकता है
Daily Horoscope