नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान अब अपनी करतूत को छिपाने की कवायद शुरू कर दी है। इस्लामाबाद में विदेश सचिव तहमीना जांजुआ ने रविवार को अफ्रीका और शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन के सदस्य देशों के साथ बैठक की है। इसमें पाकिस्तान के रुख के बारे में जानकारी दी है। पुलवामा हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया के बारे में भी अवगत करावाया गया। पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की बेचैनी है कि फायनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) उसे ब्लैक लिस्टेड में नहीं डाल दें। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पिछली बैठक में एफएटीएफ ने पाकिस्तान को ग्रे-लिस्ट में शामिल किया था। इस बैठक में भारत सहित दुनिया के अन्य देशों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों द्वारा धन उगाही और बैंकिंग सिस्टम के उपयोग करने के सबूत दिए थे। यदि पाकिस्तान ब्लैक लिस्टेड हो जाता है तो वह आर्थिक मोर्च पर बहुत कमजोर हो जाएगा।
पाकिस्तान ने रविवार को भारत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि हमले से थोड़े समय के भीतर ही बिना किसी जांच के भारत ने पाकिस्तान पर आरोप जड़ दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि अगर भारत के पास कोई सबूत है तो हमें साझा करें, हम तुरंत इस पर कार्रवाई करेंगे।
अमृतपाल अब भी फरार, उसके चार साथियों पर लगा एनएसए
भारत में खालिस्तान समर्थकों के ट्विटर अकाउंट ब्लॉक
पेपर खराब होने पर दिल्ली की दसवीं कक्षा की छात्रा ने गढ़ी छेड़ाछड़ की कहानी
Daily Horoscope