नई दिल्ली,ओएनजीसी, सेल, गेल और एसबीआई जैसे सार्वजनिक उपक्रमों(पीएसयू) ने 2004 से 2014 के दौरान संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) के शासनकाल में लगभग प्रत्येक वर्ष राजीव गांधी फाउंडेशन को चंदा दिए थे। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पीएसयू ने केंद्र में राजग सरकार आने के बाद से सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले आरजीएफ को कोई चंदा नहीं दिया।
इस दौरान ये चार पीएसयू लगातार आरजीएफ को चंदा देते रहे। इसके अलावा और भी कई अन्य पीएसयू हैं, जिन्होंने इस दौरान अघोषित राशि के चंदे आरजीएफ को दिए।
2005-06 की आरजीएफ की वार्षिक रपट के अनुसार, आरजीएफ को चंदा देने वालों में गेल, ऑयल इंडिया, ओएनजीसी, ओरियंटल बैंक ऑफ कामर्स, एसबीआई और सेल शामिल हैं।
अगले वर्ष, आरजीवी के डोनर्स गेल, हाउसिंग एंड अर्बन डवलपमेंट कोरपोरेशन लिमिटेड(हुडको), आईडीबीआई, ओएनजीसी, सेल, एसबीआई और टेलीकम्युनिकेशन कंसल्टेंट इंडिया लिमिटेड शामिल हैं।
2007-08 मं, आरजीएफ को बैंक ऑफ महाराष्ट्र, गेल और ओएनजीसी ने चंदा दिए।
2008-09 में भी इन पीएसयू के अलावा, गार्डन रिच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड, एसबीआई और सेल ने चंदा दिए।
2009-10 में बैंक ऑफ महाराष्ट्र, गेल और ओएनजीसी ने चंदा दिए।
2010-11 में गेल, ओएनजीसी, एसबीआई, सेल ने डोनेशन दिया। वहीं 2011-12 में आरजीएफ को गेल, हुडको, नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड, ओएनजीसी, एसबीआई, सेल और यूको बैंक ने डोनेशन दिया।
वहीं 2012-13 में डोनर ओएनजीसी, एसबीआई, गेल, सेल और यूको बैंक थे। 2013-15 में गेल, ओएनजीसी, एसबीआई और सेल ने डोनेशन दिया।
उसके बाद से आरजीएफ को डोनेशन देने वालों में कोई भी पीएसयू शामिल नहीं है।
--आईएएनएस
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